Abhigyan-Shakuntalam

दुनिया की संस्कृतियों में बसा है भारतीय नाटक

सभ्यताएँ मानवीय समाज चाहती हैं। फिर भले ही वो भारतीय सभ्यता हो या फिर दुनिया की कोई और। सभ्यता शब्द में ही मानवीयता निहित है।…

View More दुनिया की संस्कृतियों में बसा है भारतीय नाटक
Flute

बाँसुरी से मिली एक शिक्षा- ज़ुबान कम चलाएँ, नतीजे बेहतर होंगे

श्रीकृष्ण ने बाँसुरी को यूँ ही अपने होंठो पर नहीं लगाया होगा। बहुत सोच-विचार कर इसे अपनी जीवन-संगिनी बनाया होगा। क्योंकि यह सीधा-सादा सा बाँस…

View More बाँसुरी से मिली एक शिक्षा- ज़ुबान कम चलाएँ, नतीजे बेहतर होंगे

आभासी दुनिया में सामूहिक बलात्कार! यह दावा हमें सोचने पर मजबूर जरूर करेगा

आभासी दुनिया (Vertual World) में कुछ भी हो सकता है। किसी के साथ सामूहिक बलात्कार भी। जी, ब्रिटेन की एक 43 वर्षीय भारतवंशी महिला नीना…

View More आभासी दुनिया में सामूहिक बलात्कार! यह दावा हमें सोचने पर मजबूर जरूर करेगा

अक्सर समाधान समस्या के साथ ही होता है, लेकिन हम देख नहीं पाते।

वाक़या जितना रोचक है, उतना सोचक भी। आज सुबह-सुबह काम करने के लिए जैसे ही कंप्यूटर खोला, उसमें दाहिनी तरफ से विज्ञापनों के नोटिफिकेशंस (Notificatoions) की जैसे…

View More अक्सर समाधान समस्या के साथ ही होता है, लेकिन हम देख नहीं पाते।

ये 65 साल से ऊपर के युवा, जिंदगी को ‘जलेबी की तरह’ बताते ही नहीं चबाते भी हैं

बड़ा रोचक-सोचक है, इनका जमावड़ा। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक जगह है, शाहपुरा। वहीं के आसपास के यही कोई 65 से 85 साल…

View More ये 65 साल से ऊपर के युवा, जिंदगी को ‘जलेबी की तरह’ बताते ही नहीं चबाते भी हैं

स्वच्छता अभियान पर गैर-राजनीतिक चर्चा!

दो अधेड़ और काफ़ी हद तक प्रबुद्ध सुअर, हाँ भाई सुअर ही, अपनी किसी राष्ट्रीय समस्या पर चर्चा कर रहे हैं। चूँकि दोनों प्रबुद्ध हैं तो सुअर होने की…

View More स्वच्छता अभियान पर गैर-राजनीतिक चर्चा!

राजनीति का पटाखा बाज़ार : मोदी बम, सिद्धू रॉकेट, केजरी तड़तड़ी.. और भी बहुत कुछ!

अब मार्केट में देवी-देवताओं के नाम वाले बम और पटाखे तो नहीं हैं, लेकिन नेताओं के नाम वाले पटाखों की भरमार हैं। सुप्रीम कोर्ट ने अपने दिशा-निर्देशों में कहा है कि पटाखे पॉल्यूशन-फ्री होने चाहिए। यानि उनसे किसी तरह का प्रदूषण न फैले। लेकिन इन नेता छाप पटाखों पर ये दिशा-निर्देश लागू नहीं होते। इसलिए आम आदमी…

View More राजनीति का पटाखा बाज़ार : मोदी बम, सिद्धू रॉकेट, केजरी तड़तड़ी.. और भी बहुत कुछ!

बेटा! नाहक गरमी मत दिखा, हमने इसे घर की लक्ष्मी को निकालते देखा है

घटना बहुत पुरानी नहीं है। लेकिन समय वह था, जब देश में धन-समृद्धि अधिक थी। मग़र फिर भी किसी ब्राह्मण का धनवान होना तो एक…

View More बेटा! नाहक गरमी मत दिखा, हमने इसे घर की लक्ष्मी को निकालते देखा है

जब देश के गृह मंत्री बोल रहे हैं तो ख़बरदार, डरना सख़्त मना है!

अगर देश के गृह मंत्री बोल रहे हैं कि अब किसी को डरने की ज़रूरत नहीं है तो फिर वाक़ई डरने की ज़रूरत नहीं ही…

View More जब देश के गृह मंत्री बोल रहे हैं तो ख़बरदार, डरना सख़्त मना है!

निजी क्षेत्र में काम करने वाले लोग बड़ी संख्या में नौकरियाँ क्यों छोड़ रहे हैं? 

भारत के बड़े समाचार चैनल में काम करने वाली युवा पत्रकार सौम्या सिंह ने अभी ही नौकरी छोड़ी है। वैसे, यह कोई बड़ी बात नहीं।…

View More निजी क्षेत्र में काम करने वाले लोग बड़ी संख्या में नौकरियाँ क्यों छोड़ रहे हैं?