टीम डायरी, 11/10/2020
देश की कई रेलगाड़ियों में अब सामान्य शयनयान डिब्बे (Sleeper Coach) दिखाई नहीं देंगे। इन डिब्बों को चरणबद्ध तरीके से बाहर किया जाएगा। इनकी जगह वातानुकूलित (Airconditioned) शयनयान लगाए जाएँगे। यह व्यवस्था उन रेलगाड़ियों में की जाएगी, जो 130 किलोमीटर प्रतिघंटा या उससे तेज रफ़्तार से चलेंगी। हालाँकि इस बन्दोबस्त के बाद भी इन रेलगाड़ियों में यात्री किराया इतना नहीं बढ़ेगा कि उसे इनमें सफर करने वाले लोग बोझ समझने लगें। रेल मंत्रालय के प्रवक्ता डीजे नारायण ने इस बदलाव की पुष्टि की है। उनके मुताबिक जब रेलगाड़ी की रफ़्तार 130 किलोमीटर प्रतिघंटे से ऊपर जाती है तो उसमें वातानुकूलित डिब्बों का होना अनिवार्य आवश्यकता होती है। इसलिए यह बदलाव किया जा रहा है। इस रफ़्तार से कम पर चलने वाली रेलगाड़ियों में अभी की तरह सामान्य शयनयान डिब्बे इस्तेमाल किए जाते रहेंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘स्वामित्व योजना’ की शुरुआत की
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार, 11 अक्टूबर से पूरे देश में ‘स्वामित्व योजना’ की शुरुआत की है। इस योजना के तहत प्रधानमंत्री ने ऑनलाइन (Online) सम्बोधन के दौरान ही देश के शुरुआती एक लाख लोगों को ‘सम्पत्ति कार्ड’ भी वितरित किए। ‘सम्पत्ति कार्ड’ में ज़मीन मालिक की पूरी सम्पत्ति (आवासीय, गैरआवासीय, कृषि आदि) का ब्यौरा रहेगा। इस तरह के कार्ड सभी को मिल जाने के बाद ज़मीन से जुड़े विवादों आदि के निपटारे में आसानी होगी। सरकार का लक्ष्य अगले चार साल में देश के सभी 6,20,000 गाँवों के लोगों को ऐसे कार्ड मुहैया कराने का है।
कर्नाटक में विद्यालयों को फिर बन्द किया गया, महाराष्ट्र में दिवाली से पहले नहीं खुलेंगे
कर्नाटक सरकार ने विद्यालयों को फिर अगले तीन सप्ताह के लिए बन्द करने का आदेश दिया है। बच्चों में कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए यह आदेश दिया गया है। राज्य में अभी कुछ समय पहले ही विद्यालयों को खोलने का आदेश दिया गया था। लेकिन तब से अब तक लगभग 34 बच्चों और कुछ शिक्षकों के संक्रमित होने की सूचना मिलने के बाद उन्हें दोबारा बन्द कर दिया गया। उधर कोरोना की स्थिति को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने दिवाली से पहले विद्यालयों को न खोलने का फ़ैसला किया है। राज्य में अब तक 15 लाख से ज़्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। जबकि 40 हजार से अधिक लोग इस संक्रमण की वज़ह से अब तक जान गँवा चुके हैं। पूरे देश में कोरोना संकमण की सबसे ख़राब स्थिति महाराष्ट्र में ही है। केन्द्र सरकार ने सितम्बर के आख़िरी सप्ताह में जारी आदेश के तहत विद्यालयों को खोलने-न खोलने का फैसला राज्य सरकारों पर छोड़ा है।
केन्द्रीय गृह मंत्रालय चाहता है- बलात्कार जैसे मामलों की जाँच दो महीने में पूरी की जाए
केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने रविवार, 11 अक्टूबर को सभी राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों के लिए मशविरा जारी किया है। इसमें उसने कहा है कि महिलाओं के ख़िलाफ़ बलात्कार जैसे मामलों की जाँच दो महीने में पूरी की जाए। जो अधिकारी इस काम में लापरवाही बरतें, उनके ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाए। मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि अगर बलात्कार पीड़ित की मौत हो जाती है, तो मरने से पहले दिए गए उसके बयान को सही माना जाए। उस बयान को इस आधार पर ख़ारिज़ न किया जाए कि मरने वाली युवती ने किसी न्यायाधीश के सामने बयान नहीं दिया है। उधर उत्तर प्रदेश में हाथरस जिले के चंदपा गाँव में एक लड़की के साथ हुए बलात्कार और उसके बाद उसकी हत्या किए जाने के मामले में केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने जाँच शुरू कर दी है। सीबीआई ने रविवार, 11 अक्टूबर को इस मामले में पहली प्राथमिकी दर्ज़ की।
मुम्बई में मेट्रो परियोजना के लिए आरे के जंगल नहीं काटे जाएँगे
मुम्बई में मेट्रो रेल परियोजना के लिए आरे के जंगल नहीं काटे जाएँगे। यह परियोजना अब महानगर के कंजूरमार्ग में स्थापित की जाएगी। राज्य सरकार इसके लिए वहाँ मुफ़्त में जमीन देगी। जबकि आरे में लगभग 100 करोड़ रुपए के खर्च से अब तक जो निर्माण कार्य हो चुका है, उसे किसी अन्य सार्वजनिक उपयोग में लिया जाएगा। राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार, 11 अक्टूबर को ये घोषणाएँ करते हुए कहा है कि आरे में जंगल का दायरा अब 600 से बढ़ाकर 800 एकड़ कर दिया गया है।
पाकिस्तान के सिन्ध में एक और मन्दिर को नुकसान पहुँचाया गया, प्रान्त में सिर्फ़ 20 मन्दिर बचे
पाकिस्तान के सिन्ध प्रान्त में एक और मन्दिर को नुकसान पहुँचाए जाने की सूचना आई है। प्रान्त के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में बादिन जिले के एक कस्बे में रामदेव मन्दिर को नुकसान पहुँचाया गया। इस सिलसिले में मुहम्मद इस्माइल शीदी नाम के एक व्यक्ति को गिरफ़्तार भी किया गया है। इस बीच लन्दन में रह रहीं पाकिस्तानी मानवधिकार कार्यकर्ता अनीला गुलज़ार ने दावा किया है कि सिन्ध प्रान्त में अल्पसंख्यक हिन्दुओं की हालत बहुत ख़राब है। वहाँ हिन्दु मन्दिर भी अब महज 20 ही बचे हैं। जबकि पहले 428 हुआ करते थे।
उत्तर कोरिया ने अपना अन्तर्महाद्वीपीय प्रक्षेपास्त्र सार्वजनिक किया
उत्तर कोरिया ने शनिवार, 10 अक्टूबर को अपना अन्तर्महाद्वीपीय प्रक्षेपास्त्र (intercontinental ballistic missile) सार्वजनिक किया। इसका नाम ‘मॉन्सटर’ (Monster) रखा गया है। इसे सेना की परेड के दौरान प्रदर्शित किया गया। अंतर्महाद्वीपीय प्रक्षेपास्त्र की न्यूनतम मारक क्षमता 5,500 किलोमीटर होती है। यह अपने साथ 2,500 किलोग्राम से ज्यादा विध्वंसक ले जा सकता है।