टीम डायरी, 20/9/2020
संसद ने कृषि क्षेत्र में सुधारों से जुड़े दो बड़े विधेयकों को हरी झंडी दे दी है। इनमें पहला- कृषि उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन व सुविधा) अध्यादेश-2020 और दूसरा- मूल्य आश्वासन पर किसान (संरक्षण एवं सशक्तिकरण) समझौता व कृषि सेवा अध्यादेश-2020 है। इन दोनों विधेयकों को रविवार, 20 सितम्बर को राज्य सभा ने ध्वनिमत से पारित कर दिया। लोक सभा ने इन विधेयकों को 17 सितम्बर को पारित किया था। इनमें से पहले विधेयक में प्रावधान है कि किसान अपनी उपज को कृषि मंडियों से बाहर, लाभकारी मूल्य पर, जहाँ चाहे बेच सकते हैं। राज्य सरकार मंडियों के बाहर की गई कृषि उपज की खरीद-फरोख़्त पर कोई कर भी नहीं लगा सकेंगी। जबकि दूसरे विधेयक के सबसे अहम प्रावधान के अनुसार, फसल की बुवाई से पहले किसान किसी भी निजी कारोबारी से अपनी फसल को तय मानकों और कीमत के अनुसार बेचने का अनुबन्ध कर सकता है। हालाँकि इन विधेयकों का संसद में कई विपक्षी दल विरोध कर रहे हैं। पंजाब जैसे कुछ राज्यों में किसान भी इसके विरोध में सड़कों पर उतरे हुए हैं। दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इन विधेयकों के पारित होने की घटना को किसानों के हित में ऐतिहासिक बताया है। उन्होंने फिर आश्वासन दिया है कि इन विधेयकों के कानून के रूप में लागू होने के बाद भी समर्थन मूल्य पर कृषि उपज की खरीद-फरोख्त की सरकारी व्यवस्था जारी रहेगी। उसे ख़त्म करने का उनकी सरकार का कोई इरादा नहीं है।
राज्य सभा के उपसभापति के ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव
राज्य सभा के उपसभापति हरिवंश सिंह के ख़िलाफ़ सदन के 47 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है। कृषि क्षेत्र में सुधार से जुड़े दो बड़े विधेयकों पर चर्चा के दौरान विपक्ष के सदस्यों ने इन पर मतविभाजन की माँग की थी। उस समय उपसभापति ही सदन की कार्यवाही संचालित कर रहे थे। उन्होंने विधेयकों का तीखा विरोध कर रहे विपक्षी सदस्यों की माँग को ख़ारिज़ कर दिया। साथ ही दोनों विधेयक ध्वनिमत से पारित करा दिए। इससे नाराज सदस्यों ने उनके विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया। अब सदन के नियम और परम्परा के अनुसार जब तक अविश्वास प्रस्ताव पर कोई निर्णय नहीं हो जाता, उपसभापति सदन की कार्यवाही का संचालन नहीं कर सकेंगे।
भारत ने लद्दाख में चीन से लगती छह नई पहाड़ियों पर सेना पहुँचाई
चीन के साथ जारी सीमा विवाद के बीच भारत ने लद्दाख में अपने दावे वाले क्षेत्र की छह नई पहाड़ियों पर सेना पहुँचा दी है। समाचारों के अनुसार, यह घटनाक्रम 29 अगस्त के बाद का है। सामरिक रूप से बेहद महत्त्वपूर्ण जिन नई पहाड़ियों पर भारतीय जवानों को तैनात किया गया है, उनमें मगर, गुरुंग, रेसेन ला, रेजांग ला और मुखपरी की पहाड़ियाँ शामिल हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि इन पहाड़ियों पर भारतीय जवानों की तैनाती के बाद अब भारत की सेना को चीन पर अच्छी-खासी बढ़त हासिल हो चुकी है।
कोरोना-काल में सरकारी बैंकों के साथ 19,964 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी
देश के सरकारी बैंकों के साथ इस साल अप्रैल से जून के बीच, यानी कोरोना महामारी के कालखंड में 19,964 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी हुई है। भारतीय रिज़र्व बैंक की एक रपट से यह सूचना सामने आई है। इसके अनुसार 12 सरकारी बैंकों ने धोखाधड़ी के मामलों की जानकारी दी है। इनमें सबसे ज्यादा 2,050 मामले भारतीय स्टेट बैंक से सम्बन्धित हैं। इन मामलों की वज़ह से सिर्फ़ इसी बैंक को लगभग 2,325 करोड़ रुपए की चपत लगी है।
हॉन्गकॉन्ग ने भारत से आने वाली उड़ानों पर अस्थायी रोक लगाई
भारत में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए हॉन्गकॉन्ग ने भारतीय उड़ानों पर अस्थायी रोक लगा दी है। यह रोक फिलहाल तीन अक्टूबर तक के लिए लगाई गई है। यानि तब तक भारतीय यात्री विमान हॉन्गकॉन्ग के किसी हवाई अड्डे पर नहीं उतर सकेंगे। भारत में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 54 लाख से अधिक हो चुकी है। जबकि इस बीमारी से मरने वालों की तादाद 86,000 से अधिक हो चुकी है। कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या के हिसाब से अमेरिका के बाद भारत दुनिया में दूसरा सबसे प्रभावित देश है।