टीम डायरी, 4/2/2022
आभासी दुनिया (Vertual World) में कुछ भी हो सकता है। किसी के साथ सामूहिक बलात्कार भी। जी, ब्रिटेन की एक 43 वर्षीय भारतवंशी महिला नीना जेन पटेल ने दावा किया है कि फेसबुक-मेटावर्स (Facbook-Metaverse) के आभासी प्लेटफॉर्म ‘होराइजन वेन्यूज’ (Horizon Venues) में उनके साथ तीन-चार लोगों ने ‘वर्चुअली सामूहिक बलात्कार’ किया। यूजर्स ‘होराइजन वेन्यूज’ में अपने ही आभासी किरदार (Avatar) बनकर एक अलग ही दुनिया में विचरण करते हैं।
विभिन्न वेबसाइटों पर चल रहीं खबरों के अनुसार, नीना ने अपने ब्लॉग में बताया है कि ‘होराइजन-वेन्यूज’ को ज्वाइन करने के 60 सेकेंड के भीतर ही उनके अवतार के साथ 3-4 पुरुष अवतारों ने छेड़छाड़ की। यौन उत्पीड़न किया। सामूहिक बलात्कार किया। इतना ही नहीं, इस सबकी तस्वीरें भी उतारीं। फिर गालियाँ देते हुए चले गए। उनके मुताबिक, आभासी होने के बावजूद यह सब इतना वास्तविक था कि वे बुरी तरह घबरा गई। उनके लिए यह किसी बुरे सपने से कम नहीं था, जिसे वे अब तक भूल नहीं पाईं हैं। यह घटना सामने आने के बाद फेसबुक-मेटावर्स के प्रवक्ता ने इसके लिए खेद जताया है। साथ ही, इसकी जांच कर, जरूरी कार्रवाई का आश्वासन भी दिया है।
लेकिन सवाल विचारणीय ये है कि फेसबुक-मेटावर्स की कार्रवाई से कोई फर्क आएगा क्या? शायद नहीं। सोचकर देखिएगा। हमें मानना होगा कि असल फर्क हमारे अपने तौर-तरीकों से ही आएगा। हमें ही तय करना होगा कि आधुनिकता और आधुनिक तकनीकों को हमें कितना ओढ़ना है। उन्हें अपने घर के भीतर कितना घुसने देना है। उनकी दुनिया में हमें कितना दाख़िल होना है। दायरे हमें ही तय करने होंगे। नहीं तो, नीना के साथ जो हुआ, यकीन मानिए, वह ख़तरनाक दौर की शुरुआत भी हो सकती है। एक ऐसा दौर, जिसमें तमाम तरह के कुंठित लोग अपनी कुंठाओं की तृप्ति का रास्ता ढूँढ़ेंगे। कानून उनका कुछ बिगाड़ नहीं पाएगा। और हम थोड़े से आनन्द या सुविधा के एवज़ में हर जगह ख़ुद को ठगा हुआ, लाचार पाएँगे।