निकेश जैन, इन्दौर मध्य प्रदेश
क्या आपकी टीम अपने घर से दफ़्तर का काम करते हुए भी अच्छे नतीज़े दे सकती है? मेरा अपना उदाहरण देखिए। अभी एक-दो दिन पहले की ही बात है। मेरी सपोर्ट टीम के सदस्य ने 45 मिनट पहले मुझे फोन पर बतााया कि हमारे एक मौज़ूदा ग्राहक तुरन्त कुछ अतिरिक्त तकनीकी सुविधा (अपने सॉफ्टवेयर में) चाहते हैं। मैंने कहा कि इस मसले पर हमें चर्चा करनी होगी और इसके लिए सभी संबद्ध सदस्यों को आपस में स्क्रीन साझा करनी होगी। तो बेहतर होगा कि हम ज़ूम कॉल पर मिल लें। आगे फिर ऐसा ही हुआ।
अगले ही मिनट हम तीन लोग (मैं, सपोर्ट टीम के सदस्य और मेरी इंजीनियरिंग टीम के प्रमुख) आपस में ज़ूम पर अपनी-अपनी स्क्रीन साझा करते हुए मसले पर चर्चा कर रहे थे। ताकि ग्राहक की ज़रूरत को अच्छी तरह समझा जा सके। बातचीत के दौरान मैंने अपनी इंजीनियरिंग टीम के प्रमुख से पूछा कि क्या वह माँगी गई अतिरिक्त सुविधा को सॉफ्टवेयर (बिल्ड) में जोड़ सकते हैं। इस पर उन्हाेंने ज़वाब दिया, “हाँ, किया जा सकता है। अगर एक अतिरिक्त दिन मिल जाए तो।”
अमूमन, हम हर गुरुवार को बिल्ड पर काम करते हैं। लेकिन इस नई परिस्थिति में हमें गुरुवार की जगह शुक्रवार तक समय सीमा बढृानी थी। लिहाज़ा, इस बारे में हमने अपने ग्राहक से बात की कि उनकी माँगी गई अतिरिक्त तकनीकी सुविधा उन्हें शुक्रवार तक मिल सकेगी। वह इसके लिए तैयार भी हो गए। हमने निर्धारित समय पर उनका काम कर भी दिया। इसके लिए उन्होंने न सिर्फ़ खुशी जताई बल्कि हमारी प्रशंसा भी की।
अब मैं एक ख़ास बात बताता हूँ कि इस प्रक्रिया में शामिल मेरी सपोर्ट टीम के सदस्य अमरावती में थे। मैं चूँकि बेंगलुरू में ही अधिक रहता हूँ, तो वही था। जबकि मेरी इंजीनियरिंग टीम के प्रमुख जयपुर में थे। और जिस इंजीनियर ने यह काम किया, वह भी जयपुर में ही था। सभी लोग अपने घर से काम कर रहे थे। सब ने बेहतर और प्रभावी तरीक़े से अपना-अपना काम किया। किसी को कोई परेशानी भी नहीं हुई।
इसका मतलब क्या हुआ़? यही कि हमारे काम का नतीज़ा इस बात पर बिल्कुल निर्भर नहीं करता कि हम कहाँ से काम कर रहे हैं। घर से या दफ़्तर से। अगर कोई चीज इसे प्रभावित करती है, तो वह है कार्य संस्कृति।
सही है न?
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निकेश का मूल लेख
Can your team be efficient while working from home? A real example:
My support team called me 45 minutes ago that an existing client needed an enhancement urgently. I told him this discussion required us to share screen so let’s get on a zoom call.
Next minute three of us (support, engineering lead and I) were on a zoom call. We shared screen from our demo instance to understand the requirement better.
I asked my engineering lead if he could accommodate this feature in this build (we do builds every Thursday). He said, he could if we delayed the build by one day. I said fine.
Support informed the client that we are implementing this enhancement and it will be available by Friday evening!
Client appreciated our prompt response and action; everyone was happy!
My support comes from Amravati; I am in Bangalore; the engineering lead joined from Jaipur and the feature will be implemented by an engineer in Jaipur.. All working from home!
Your efficiency and performance has nothing do with where you work from.
It’s the culture (in this case culture of providing a prompt service to the customer) that matters.
Thoughts?
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(निकेश जैन, कॉरपोरेट प्रशिक्षण के क्षेत्र में काम करने वाली कंपनी- एड्यूरिगो टेक्नोलॉजी के सह-संस्थापक हैं। उनकी अनुमति से उनका यह लेख अपेक्षित संशोधनों और भाषायी बदलावों के साथ #अपनीडिजिटलडायरी पर लिया गया है। मूल रूप से अंग्रेजी में उन्होंने इसे लिंक्डइन पर लिखा है।)
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निकेश के पिछले 10 लेख
60- आरसीबी हादसा : उनकी नज़र में हम सिर्फ़ ‘कीड़े-मकोड़े’, तो हमारे लिए वे ‘भगवान’ क्यों?
59 – कभी-कभी व्यक्ति का सिर्फ़ नज़रिया देखकर भी उससे काम ले लेना चाहिए!
58- क्यों भारत को अब अपना सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लाना ही होगा?
57- ईमानदारी से व्यापार नहीं किया जा सकता, इस बात में कितनी सच्चाई है?
56- प्रशिक्षित लोग नहीं मिल रहे, इसलिए व्यापार बन्द करने की सोचना कहाँ की अक्लमन्दी है?
55 – पहलगाम आतंकी हमला : मेरी माँ-बहन बच गईं, लेकिन मैं शायद आतंकियों के सामने होता!
54 – हँसिए…,क्योंकि पश्चिम के मीडिया को लगता है कि मुग़लों से पहले भारत में कुछ था ही नहीं!
53 – भगवान महावीर के ‘अपरिग्रह’ सिद्धान्त ने मुझे हमेशा राह दिखाई, सबको दिखा सकता है
52 – “अपने बच्चों को इतना मत पढ़ाओ कि वे आपको अकेला छोड़ दें!”
51 – क्रिकेट में जुआ, हमने नहीं छुआ…क्योंकि हमारे माता-पिता ने हमारी परवरिश अच्छे से की!