नए साल की सुबह की शुरुआत अगर बाँसुरी की धुन से हो जाए तो कितना ही बेहतर। वह भी जनकल्याण की कामना करती ‘वैष्णव जन’…
View More बाँसुरी की धुन पर जनकल्याण की कामना और नववर्ष की मंगलकामनाएँCategory: Video
अद्भुत : देख, समझकर मुँह से यही निकलेगा!
संवेदनाएँ, भावनाएँ, रिश्ते, नाते, रिवाज़, ‘संस्कार (अंतिम भी)… ये सिर्फ़ इंसानों के दायरे में ही आने वाली चीज़ें नहीं हैं। बल्कि इन लफ़्ज़ों के अपने…
View More अद्भुत : देख, समझकर मुँह से यही निकलेगा!सुर, लय, ताल नहीं बिगड़नी चाहिए… चाहे कुछ भी हो जाए!
हिन्दुस्तान के मशहूर तबला-वादक उस्ताद ज़ाकिर हुसैन के किसी कार्यक्रम का यह छोटा-सा वीडियो ज़िन्दगी का बड़ा सबक है। ग़ौर कीजिए, एक मुश्किल, एक बाधा…
View More सुर, लय, ताल नहीं बिगड़नी चाहिए… चाहे कुछ भी हो जाए!नृत्य की आधुनिकता में परम्परा का मेल!
आम तौर पर लोग परम्पराओं में आधुनिकता का घाल-मेल किया करते हैं। लेकिन भोपाल की भरतनाट्यम-प्रशिक्षु वैष्णवी द्विवेदी ने स्व-प्रेरणा से ही आधुनिक कंपोजीशन ‘स्वल्ला’ में…
View More नृत्य की आधुनिकता में परम्परा का मेल!राकेश झुनझुनवाला नहीं रहे, पर यहीं रहे, देखिए कैसे!
हिन्दुस्तान के सबसे बड़े निवेशकों में गिने जाने वाले राकेश झुनझुनवाला नहीं रहे। रविवार, 14 अगस्त को अचानक दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन…
View More राकेश झुनझुनवाला नहीं रहे, पर यहीं रहे, देखिए कैसे!फ़र्क पड़ना चाहिए जनाब, जानवरों को भी फ़र्क पड़ता है!
छोटा सा वीडियो है। सिर्फ 35 सेकेंड का। लेकिन यह पूरी एक कहानी कहता है। ज़िन्दगी को देखने का नज़रिया पेश करता है। यूँ कि…
View More फ़र्क पड़ना चाहिए जनाब, जानवरों को भी फ़र्क पड़ता है!अपनी स्वदेशी साइकिल… नहीं, बैटरी वाली स्वदेशी साइकिल
दिल्ली की एक नई-नवेली कम्पनी है, ‘ध्रुव विद्युत’। इसके संस्थापक गुरुसौरभ ने एक बढ़िया नवाचार किया है। उन्होंने हवाई जहाजों को बनाने में इस्तेमाल की…
View More अपनी स्वदेशी साइकिल… नहीं, बैटरी वाली स्वदेशी साइकिलअयि गिरि नन्दिनि, नन्दितमेदिनि, विश्वविनोदिनि नंदिनुते
नव-वर्ष, नव-संवत्सर, माँ दुर्गा की आराधना के नव-दिवस और इस मौके पर भरत-नाट्यम नृत्य के साथ माँ महिषासुरमर्दिनी की स्तुति, आराधना। भोपाल, मध्य प्रदेश की…
View More अयि गिरि नन्दिनि, नन्दितमेदिनि, विश्वविनोदिनि नंदिनुतेहम सभी भारतीयता के रंग से सराबोर हों
होलीकोत्सव रंगों का उत्सव है। इसमें कोई भी रंग किसी से अलग नहीं बल्कि सभी मिलकर एक-रंग हो जाते हैं। हमारा देश अपनी विविधताओं से, विविध…
View More हम सभी भारतीयता के रंग से सराबोर होंसोनम वांगचुक से समझें, कैसे सुधरेंगे हमारे सरकारी स्कूल
सोनम वांगचुक को देश ही नहीं, दुनिया के दूसरे देशों में भी लोग जानते हैं। शिक्षाविद्। हमेशा नवाचार में लगे रहने वाले। हर समय देश…
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