Birthright citizenship-US

‘ट्रम्प 20 साल पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बन जाते, तो हमारे बच्चे ‘भारतीय’ होते’!

निकेश जैन, इन्दौर मध्य प्रदेश

“अगर ट्रम्प 20 साल पहले राष्ट्रपति बन जाते, तो हमारे बच्चे भारत के नागरिक होते”, मैंने अभी एक दिन पहले ही अपने दोस्तों के एक वॉट्सएप समूह में मज़ाकिया अन्दाज़ में यह प्रतिक्रिया लिखी थी। ये दोस्त कॉलेज में मेरे साथ पढ़े हैं। अब उनमें से अधिकांश अमेरिका में बस चुके हैं। 

मेरा यह मज़ाक क्यों? क्योंकि ट्रम्प ने राष्ट्रपति पद सँभालते ही जन्मजात नागरिकता के अधिकार को रद्द करने का फ़ैसला किया है। अमेरिका के नज़रिए से देखा जाए, तो यह उसके लिए अच्छी बात कही जा सकती है। लेकिन उनका यह निर्णय भारत को कैसे प्रभावित करेगा?

क्या यह फ़ैसला भारत के लिए भी अच्छा कहा जा सकता है? इस बारे में मेरी अपनी राय है कि भारत से अमेरिका के लिए प्रतिभाओं का पलायन अब देश के विकास और नवाचार के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। आज से 30 साल पहले जब देश को वैश्विक तकनीक का ज्ञान हासिल करने की ज़रूरत थी, तब के हिसाब से प्रतिभाओं का बाहर देशों में जाना भी कुछ हद तक ठीक कहा जा सकता था।  

लेकिन आज हम हर तरह का विश्वस्तरीय तकनीकी ज्ञान अर्जित कर चुके हैं। अब आवश्यकता है, उस ज्ञान को देश के विकास के लिए काम में लाए जाने की। इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, हमें यह करना ही होगा। हमारे देश में अधिक निवेश भी तब ही आएगा जब ज़्यादा से ज़्यादा लोग जोख़िम लेने को तैयार होंगे। वे अपनी उद्यमशीलता प्रदर्शित करेंगे, जो 30 साल पहले शायद मुश्किल होता। 

ध्यान रखिए। भारत अब तक अपनी प्रतिभाओं का पर्याप्त से ज़्यादा निर्यात कर चुका है। मगर अब हमें अपनी प्रतिभाएँ अपने देश की तरक़्क़ी के लिए चाहिए। यहाँ स्थानीय समस्याओं के समाधान के लिए उनकी ज़रूरत है। देश को नवाचार के रास्ते पर आगे ले जाने के लिए उनका यहाँ होना आवश्यक है। 

क्या लगता है?  

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(नोट : जन्मजात नागरिकता का अधिकार छीनने से सम्बन्धित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के आदेश पर फिलहाल अमेरिकी अदालत ने रोक लगाई है। इसे संविधान का उल्लंघन बताया है।)

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निकेश का मूल लेख

“If Trump had become president 20 years ago, our kids would be Indian citizens 😁”

That’s what I wrote yesterday (jokingly) in a WhatsApp group with my College mates – most of whom are settled in US now.

The birthright citizenship is taken away by Trump. A fair move if you think from American point of view.

How will it impact Indian migration to US? Is it good or bad from India’s point of view?

In my personal opinion India has reached to a state where migration to US is working against its growth and innovation.

It worked well for India 30 years ago when we needed to learn software.

But today it’s time to put those learnings to innovate locally before it’s too late.

Investment will follow when their are enough smart people willing to take that risk which was difficult to take 30 years ago…

India has exported too much of its brain and perhaps it’s time to put our brain power to solve local problems and to innovate for global use cases from India.

Thoughts? 

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(निकेश जैन, कॉरपोरेट प्रशिक्षण के क्षेत्र में काम करने वाली कंपनी- एड्यूरिगो टेक्नोलॉजी के सह-संस्थापक हैं। उनकी अनुमति से उनका यह लेख अपेक्षित संशोधनों और भाषायी बदलावों के साथ #अपनीडिजिटलडायरी पर लिया गया है। मूल रूप से अंग्रेजी में उन्होंने इसे लिंक्डइन पर लिखा है।)

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