टीम डायरी, 5/10/2020
भारतीय महिला हॉकी टीम ने प्रशंसनीय पहल की है। ऐसी, जो आम आदमी के ‘सरोकार’ से जुड़ी है। ओलम्पिक चैनल (olympicchannel) नाम की वेबसाइट के मुताबिक भारतीय महिला हॉकी टीम की सदस्य देश में ‘स्तन कैंसर’ के ख़िलाफ़ जागरुकता अभियान का हिस्सा बन रही है। यह अभियान ‘आरोग्य’ नाम का एक ग़ैरलाभकारी संगठन चला रहा है। यह संगठन कैंसर के इलाज से जुड़े शोध में भी शामिल है। संगठन के संस्थापक डॉक्टर प्रियांजलि दत्ता और ध्रुव काकेर हैं।
संगठन के संस्थापकों ने भारतीय महिला हॉकी टीम की सदस्यों के साथ एक प्रशिक्षण-परीक्षण सत्र भी किया है। इसमें उन्हें स्तन, गर्दन (cervical) और मुँह के कैंसर के बारे में जानकारी दी गई। उसकी पहचान करने तथा बचाव आदि के तरीके भी बताए गए। भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल के अनुसार, “इस सत्र के दौरान जो जानकारी हमें मिली, वह काफी उपयोगी रही। इस जानकारी से अब हम आगे अपने परिवार के सदस्यों, परिचितों आदि को भी अवगत कराएँगे।” उल्लेखनीय है कि विश्व स्तर पर हर साल अक्टूबर के पूरे महीने में स्तन कैंसर के ख़िलाफ़ विशेष जागरुकता अभियान चलाया जाता है। इसलिए इस महीने को ‘पिंकटूबर’ (Pinktober) भी कहा जाता है। यह अभियान विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा समर्थित है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के ही अनुसार दुनियाभर में स्तन कैंसर महिलाओं के लिए बड़ा ख़तरा है। इस बीमारी से हर साल विश्व में लगभ्ग 21 लाख महिलाएँ पीड़ित होती हैं। हालाँकि बीमारी की अगर शुरुआती चरण में ही पहचान हो जाए तो इसका इलाज़ सम्भव है। लेकिन देर होने पर यह जानलेवा हो जाती है। साल 2018 में ही स्तर कैंसर से दुनिया में 6,27,000 के करीब महिलाओं की जान चली गई थी।