टीम डायरी
पुरुषों द्वारा महिलाओं के साथ छेड़छाड़, उन पर फ़ब्तियाँ कसना, उनसे मार-पीट, दुर्व्यवहार और यहाँ तक कि उनसे बलात्कार की घटनाएँ भी अब किसी को चौंकाती नहीं। जबकि ऐसे सभी मामले में सभ्य मानव समाज पर कलंक ही हैं। फिर भी चूँकि हमारी परवरिश और शिक्षा-प्रणाली में ही कहीं, कुछ गड़बड़ है, इसलिए यह सब होता रहता है और हमें इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता। हम ऐसी घटनाओं को अनदेखा करते रहते हैं। बल्कि आजकल तो वीडियो बनाने का दौर है, इसलिए ऐसी घटनाओं के वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर लाइक, कमेंट बटोरते रहते हैं।
हालाँकि एक वीडियो यह नीचे भी दिया गया है। बहुत छोटा है। सीधी-सादी हिन्दी भाषा में है। लेकिन यह हर किसी को सोचने पर मजबूर करता है। बताता है कि हमारी परवरिश और शिक्षा कैसी होनी चाहिए। उसमें कहाँ कमी है और उसे कैसे दूर किया जा सकता है। कमी दूर करके कैसे बलात्कार जैसी घटनाएँ रोकी जा सकती हैं।
टीचर की सोच को दाद देनी पड़ेगी,
— Dr Monika Singh (@Dr_MonikaSingh_) August 30, 2024
मुझे गर्व है, अपने भारत में ऐसे टीचर भी हैं..!!pic.twitter.com/0feIw2FMaP
वीडियो में दिख रही शिक्षिका बबीता त्यागी है। सोनीपत, चंडीगढ़, दिल्ली आदि में वे भारतीय लोकसेवा (आईसीएस) की कोचिंग चलाती हैं। इतिहास और सामान्य ज्ञान जैसे विषय पढ़ाती हैं। हालाँकि वे पढ़ाने के दौरान सिर्फ़ अपने विषय तक सीमित नहीं रहतीं, बल्कि ज्वलन्त मसलों पर जागरुकता पैदा करने की भी कोशिश करती हैं। बच्चों को प्रोत्साहन देती हैं कि वे सही दिशा पकड़ें, सही रास्ते पर रहें। वास्तव में यही आज सबसे बड़ी ज़रूरत है।
ग़ौर कीजिए, सोचिए, समझिए और बदलाव के भागीदार बनिए।