कांग्रेस की स्थापना को ह्यूम ‘सेफ्टी वॉल्व’ योजना क्यों कहते थे?

माइकल एडवर्ड्स की पुस्तक ‘ब्रिटिश भारत’ से, 30/10/2021

ऐसा दावा किया जाता है कि ह्यूम ने सरकार के अभिलेखागार में देशभर से आईं ख़ुफ़िया रपटों को देखा-पढ़ा था। ये रपटें कानून-व्यवस्था की असहज स्थितियों से जुड़ीं थीं। उन्हें पढ़ने के ह्यूम ने अपनी ‘सेफ्टी वॉल्व’ योजना का विस्तृत दस्तावेज तैयार किया था। इसमें एक जगह लिखा है, “पहले तो हमने यही नहीं माना था कि हमारी सरकार के ख़िलाफ़ कुछ सालों बाद ही विद्रोह हो जाएगा। जो भविष्यवाणी की भी गईं, वह छिटपुट अपराधों की थी। हत्या जैसी हिंसक वारदातों, बैंकों से जुड़े कर्मचारियों और बाज़ारों की लूट आदि का अनुमान था। यह माना गया था कि पहले कुछ अपराध होंगे। फिर वैसे ही सैकड़ों और होंगे। सरकार के तंत्र को पंगु बनाना इनका मक़सद होगा। जबकि स्पष्ट था कि सभी जगह छोटे संगठन मिलकर बड़े में परिवर्तित हो रहे हैं। यह भी साफ ही था कि देश के सभी बुरे क़िरदार बड़ी ताक़त बन जाएँगे। शिक्षित वर्ग के लोग भी सरकार के खिलाफ रोष के कारण इसमें शामिल हो जाएँगे। उसके बाद यह राष्ट्रीय विद्रोह का रूप ले लेगा।”

इन निष्कर्षों के आधार पर ह्यूम ने जो योजना बनाई, उसमें ख़ासकर शिक्षित वर्ग का ध्यान ऐसी गतिविधियों से भटकाने का मक़सद था। उन्हें सरकार के सहयोगी, समर्थक के तौर पर खड़ा करने का था। चूँकि उस समय कोई भी 1857 के विद्रोह की पुनरावृत्ति नहीं चाहता था, इसलिए उनकी योजना तुरंत हाथों-हाथ ली भी गई। सरकार ऐसा संगठन चाहती थी, जो उदारवादी और मूल रूप से उसका ‘वफादार’ हो। ताकि उसे हिंसा, उपद्रव आदि नियंत्रित करने के लिए इस्तेमाल किया जा सके। हालाँकि इसकी संभावना कम थी क्योंकि शिक्षित भारतीय वर्ग पहले ही आम जनता से अलग-थलग होने लगा था। फिर भी प्रयास किया गया, जिसका नतीज़ा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के रूप में सामने आया। 

फिर, दिसंबर 1885 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पहली बैठक बॉम्बे में हुई। उसमें 72 प्रतिनिधि शामिल बताए गए। जबकि संख्या इससे अधिक थी। इनमें कुछ मुसलिम भी थे। फिर जब 1886 का सत्र आया, तब दो मुसलिम निकायों (1856 में कलकत्ता में स्थापित मोहम्मडन एसोसिएशन, और 1877 में बने सेंट्रल मोहम्मडन एसोसिएशन) ने इसमें भाग लेने से मना कर दिया। इस समय तक मुसलमान कांग्रेस के प्रति विरोधाभासी नहीं थे। वे केवल अलग रहना चाहते थे। अभी कांग्रेस का स्वरूप भी सिर्फ़ इसी मायने में राष्ट्रीय था कि उसके सदस्य भारत के विभिन्न हिस्सों से आए थे। लिहाज़ा आक्रामक प्रचार अभियान के जरिए जनता के बीच राजनीतिक जागरूकता फैलाने और सरकार की कुछ नीतियों का विरोध करने की योजना बनी। यह भी ह्यूम की योजना का हिस्सा था। ताकि सरकार के प्रति भारतीयों में कोई असंतोष हो भी तो वह धीरे-धीरे इस तरह ठंडा होता रहे। बड़ा रूप न ले। 

अलबत्ता, फिर भी सरकार ने मान लिया कि ह्यूम ख़ुद उसके ख़िलाफ़ नफ़रत भड़का रहे हैं। सो, ह्यूम को आधिकारिक रूप से सरकार की नाराज़गी की सूचना दे दी गई। इसी बीच 1888 में शिक्षित मुसलमानों के नेता सैयद अहमद खान ने यूनाइटेड इंडियन पैट्रियॉटिक एसोसिएशन की स्थापना की। इसका प्राथमिक उद्देश्य “कांग्रेस के प्रभाव का मुकाबला करना था। साथ ही भारतीय लोगों के मन से ब्रिटिश साम्राज्य के ख़िलाफ़ पनप रहीं उन बुरी भावनाओं को दूर करना भी था, जिनके कारण सरकार के प्रति लोगों में भारी असंतोष पैदा हो रहा था।” इस संगठन के अधिकांश सदस्य मुस्लिम थे। उन्होंने कांग्रेस विरोधी भावनाओं को हिंदु-विरोधी पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर व्यक्त किया था। उसका आधार यह बताया कि कांग्रेस बंगालियों द्वारा निर्देशित हो रही है और वे मुसलमान-विरोधी हैं। 

सैयद अहमद का प्रमुख डर था कि लोकतांत्रिक संस्थानों की स्थापना के लिए जो दबाव बनाया जा रहा है, उससे कहीं हिंदु बहुसंख्यक मुस्लिम अल्पसंख्यकों पर हावी न हो जाएँ। उन्होंने एक बार लिखा भी था, “अगर भविष्य में कभी ऐसी संसद सामने आई जिसमें हिंदु-मुसलमानों को सदन के दो हिस्सों में साथ बैठना पड़े, तो संभव है उनके बीच दुश्मनी और बढ़ जाए। क्योंकि मुसलमान हमेशा अल्पसंख्यक रहेंगे। वैसे ही जैसे ब्रिटिश संसद में आयरिश सदस्य हैं। वे हमेशा इंग्लैंड के सांसदों के हाथों शिकस्त झेलते हैं। फिर विधायिकाओं की कार्यप्रणाली पर हुए अध्ययन का निष्कर्ष भी है कि एक शासक की तुलना में व्यक्तियों की सामूहिक सरकार विपक्ष के प्रति कम उदार होती है। वहाँ बहुसंख्यकवाद हावी रहता है। ऐसा होने पर एक पक्ष को हमेशा मात मिलेगी ही। लिहाज़ा डर है कि भारत में ऐसी स्थिति में अल्पसंख्यक अंततः कहीं मामले को अपने हाथ में न ले लें। वे बलपूर्वक वह ताक़त हासिल करने की कोशिश न करें, जिसे वे संवैधानिक साधनों से नहीं पा सके।”

इसके बाद मुसलिमों को कांग्रेस का समर्थन न करने के लिए मनाने का प्रयास किया गया। हालाँकि ये प्रयास अधिक सफल नहीं हुए। कांग्रेस के 1888 में हुए सत्र में कुल 1,248 प्रतिनिधि आए थे। इनमें 222 मुसलमान थे। इधर अब तक कांग्रेसी मुसलिम प्रतिनिधि भी सैयद अहमद खान के विरोधी हो गए थे। कारण कि वे मुसलिमों को कांग्रेस से दूर करने में लगे थे। हालाँकि सैयद अहमद का वास्तविक डर ये था कि चरमपंथी हिंदु इन संस्थाओं का इस्तेमाल मुसलमानों के साथ भेदभाव करने के लिए न करने लगें कहीं।

उनके भय का आधार बीते वक़्त की कुछ घटनाएँ भी थीं। जैसे, हिंदु नवजागरण के क्रम में स्वामी दयानंद जैसे सुधारकों की गतिविधियाँ मुसलिम विरोधी प्रतीत हुईं। ख़ासकर 1882 में गौ-संरक्षण सोसायटी की स्थापना के बाद। हालाँकि दयानंद सहित किसी भी धर्म-सुधारक ने धर्म को राजनीति से नहीं जोड़ा। फिर भी एक धारणा तो बनी ही थी।
(जारी…..)
अनुवाद : अभिनव, सम्पादन : नीलेश द्विवेदी 
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(‘ब्रिटिश भारत’ पुस्तक प्रभात प्रकाशन, दिल्ली से जल्द ही प्रकाशित हो रही है। इसके कॉपीराइट पूरी तरह प्रभात प्रकाशन के पास सुरक्षित हैं। ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ श्रृंखला के अन्तर्गत प्रभात प्रकाशन की लिखित अनुमति से #अपनीडिजिटलडायरी पर इस पुस्तक के प्रसंग प्रकाशित किए जा रहे हैं। देश, समाज, साहित्य, संस्कृति, के प्रति डायरी के सरोकार की वज़ह से। बिना अनुमति इन किस्सों/प्रसंगों का किसी भी तरह से इस्तेमाल सम्बन्धित पक्ष पर कानूनी कार्यवाही का आधार बन सकता है।)
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पिछली कड़ियाँ : 
70. कांग्रेस की स्थापना में एओ ह्यूम की मदद किसने की थी?
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67. कलकत्ता कला विद्यालय के प्राचार्य ईबी हैवेल ने इस क्षेत्र में कौन से अहम बदलाव किए?
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65. बाल-विवाह के विरोधी किस समाज-सुधारक ने बेटी की शादी 13 की उम्र में की थी?
64. ब्रिटिश सरकार के दौर में महिला शिक्षा की स्थिति कैसी थी?
63. देश जब आज़ाद हुआ, तब कितने प्रतिशत आबादी अशिक्षित थी?
62. लॉर्ड कर्जन को कुछ भारतीयों ने ‘उच्च शिक्षा के सर्वनाश का लेखक’ क्यों कहा?
61. आईसीएस में पहली बार कितने भारतीयों का चयन हुआ था और कब?
60. वायसराय जॉन लॉरेंस को ‘हमारा सबसे बड़ा शत्रु’ किस अंग्रेज ने कहा था?
59. कारखानों में काम करने की न्यूनतम उम्र अंग्रेजों ने पहली बार कितनी तय की थी?
58. प्लास्टिक उत्पादों से भारतीयों का परिचय बड़े पैमाने पर कब हुआ?
57. भारत में औद्योगिक विस्तार का अगुवा किस भारतीय को माना जाता है?
56. क्या हम जानते हैं, भारत में सहकारिता का प्रयोग कब से शुरू हुआ?
55. भारत में कृषि विभाग की स्थापना कब हुई?
54. अंग्रेजों ने पहली बार लड़कियों के विवाह की न्यूनतम उम्र कितनी तय की थी?
53. ब्रिटिश भारत में कानून संहिता बनाने की प्रक्रिया पहली बार कब पूरी हुई?
52. आज़ादी के बाद पाकिस्तान की पहली राजधानी कौन सी थी?
51. आजादी के आंदोलन में 1857 की क्रांति से ज्यादा निर्णायक घटना कौन सी थी?
50. चुनाव में मुस्लिमों को अलग प्रतिनिधित्व देने के पीछे अंग्रेजों का छिपा मक़सद क्या था?
49. भारत में सांकेतिक चुनाव प्रणाली की शुरुआत कब से हुई?
48. भारत ब्रिटिश हुक़ूमत की महराब में कीमती रत्न जैसा है, ये कौन मानता था?
47. ब्रिटेन के किस प्रधानमंत्री को ‘ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिलाने वाला’ माना गया?
46. भारत की केंद्रीय विधायी परिषद में सबसे पहले कौन से तीन भारतीय नियुक्त हुए?
45. कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल का डिज़ाइन किसने बनाया था?
44. भारतीय स्मारकों के संरक्षण को गति देने वाले वायसराय कौन थे?
43. क्या अंग्रेज भारत को तीन हिस्सों में बाँटना चाहते थे?
42. ब्रिटिश भारत में कांग्रेस की सरकारें पहली बार कितने प्रान्तों में बनीं?
41.भारत में धर्म आधारित प्रतिनिधित्व की शुरुआत कब से हुई?
40. भारत में 1857 की क्रान्ति सफल क्यों नहीं रही?
39. भारत का पहला राजनीतिक संगठन कब और किसने बनाया?
38. भारत में पहली बार प्रेस पर प्रतिबंध कब लगा?
37. अंग्रेजों की पसंद की चित्रकारी, कलाकारी का सिलसिला पहली बार कहाँ से शुरू हुआ?
36. राजा राममोहन रॉय के संगठन का शुरुआती नाम क्या था?
35. भारतीय शिक्षा पद्धति के बारे में मैकॉले क्या सोचते थे?
34. पटना में अंग्रेजों के किस दफ़्तर को ‘शैतानों का गिनती-घर’ कहा जाता था?
33. अंग्रेजों ने पहले धनी, कारोबारी वर्ग को अंग्रेजी शिक्षा देने का विकल्प क्यों चुना?
32. ब्रिटिश शासन के शुरुआती दौर में भारत में शिक्षा की स्थिति कैसी थी?
31. मानव अंग-विच्छेद की प्रक्रिया में हिस्सा लेने वाले पहले हिन्दु चिकित्सक कौन थे?
30. भारत के ठग अपने काम काे सही ठहराने के लिए कौन सा धार्मिक किस्सा सुनाते थे?
29. भारत से सती प्रथा ख़त्म करने के लिए अंग्रेजों ने क्या प्रक्रिया अपनाई?
28. भारत में बच्चियों को मारने या महिलाओं को सती बनाने के तरीके कैसे थे?
27. अंग्रेज भारत में दास प्रथा, कन्या भ्रूण हत्या जैसी कुप्रथाएँ रोक क्यों नहीं सके?
26. ब्रिटिश काल में भारतीय कारोबारियों का पहला संगठन कब बना?
25. अंग्रेजों की आर्थिक नीतियों ने भारतीय उद्योग धंधों को किस तरह प्रभावित किया?
24. अंग्रेजों ने ज़मीन और खेती से जुड़े जो नवाचार किए, उसके नुकसान क्या हुए?
23. ‘रैयतवाड़ी व्यवस्था’ किस तरह ‘स्थायी बन्दोबस्त’ से अलग थी?
22. स्थायी बंदोबस्त की व्यवस्था क्यों लागू की गई थी?
21: अंग्रेजों की विधि-संहिता में ‘फौज़दारी कानून’ किस धर्म से प्रेरित था?
20. अंग्रेज हिंदु धार्मिक कानून के बारे में क्या सोचते थे?
19. रेलवे, डाक, तार जैसी सेवाओं के लिए अखिल भारतीय विभाग किसने बनाए?
18. हिन्दुस्तान में ‘भारत सरकार’ ने काम करना कब से शुरू किया?
17. अंग्रेजों को ‘लगान का सिद्धान्त’ किसने दिया था?
16. भारतीयों को सिर्फ़ ‘सक्षम और सुलभ’ सरकार चाहिए, यह कौन मानता था?
15. सरकारी आलोचकों ने अंग्रेजी-सरकार को ‘भगवान विष्णु की आया’ क्यों कहा था?
14. भारत में कलेक्टर और डीएम बिठाने की शुरुआत किसने की थी?
13. ‘महलों का शहर’ किस महानगर को कहा जाता है?
12. भारत में रहे अंग्रेज साहित्यकारों की रचनाएँ शुरू में किस भावना से प्रेरित थीं?
11. भारतीय पुरातत्व का संस्थापक किस अंग्रेज अफ़सर को कहा जाता है?
10. हर हिन्दुस्तानी भ्रष्ट है, ये कौन मानता था?
9. किस डर ने अंग्रेजों को अफ़ग़ानिस्तान में आत्मघाती युद्ध के लिए मज़बूर किया?
8.अंग्रेजों ने टीपू सुल्तान को किसकी मदद से मारा?
7. सही मायने में हिन्दुस्तान में ब्रिटिश हुक़ूमत की नींव कब पड़ी?
6.जेलों में ख़ास यातना-गृहों को ‘काल-कोठरी’ नाम किसने दिया?
5. शिवाजी ने अंग्रेजों से समझौता क्यूँ किया था?
4. अवध का इलाका काफ़ी समय तक अंग्रेजों के कब्ज़े से बाहर क्यों रहा?
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1. बड़े पैमाने पर धर्मांतरण के बावज़ूद हिन्दुस्तान में मुस्लिम अलग-थलग क्यों रहे?

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