अद्भुत क़िस्म के लोग होते हैं ‘राज करने वाले’ भी। ये दवा देने का दिखावा करते हैं और दर्द दिया करते हैं। उदाहरण के लिए…
View More मध्य प्रदेश पर ‘राज करने वालों’ ने राजधानी भोपाल के राजा का तालाब चुरा लिया!Author: Neelesh Dwivedi
‘डिजिटल अपनाओ, औरों को सिखाओ’, क्या इसलिए एटीएम से पैसा निकालना महँगा हुआ?
भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने एटीएम से नगद पैसा निकालने की सुविधा को महँगा कर दिया है। जानकारी के मुताबिक आरबीआई ने राष्ट्रीय भुगतान निगम…
View More ‘डिजिटल अपनाओ, औरों को सिखाओ’, क्या इसलिए एटीएम से पैसा निकालना महँगा हुआ?पक्ष में खड़े होंगे तो विपक्ष के हमले भी झेलने ही पड़ेंगे, फिर चाहे कुणाल हों या शंकर!
क्रिया-प्रतिक्रिया के सहज सिद्धान्त के आगे कई बार सभी चीजे़ बेमानी हो जाती हैं। देश में लगता है, इन दिनों यही हो रहा है। पहले…
View More पक्ष में खड़े होंगे तो विपक्ष के हमले भी झेलने ही पड़ेंगे, फिर चाहे कुणाल हों या शंकर!खुशी दूसरों की मदद करने से मिलती है, तो क्या हम भारतीय किसी की मदद नहीं करते?
अभी शुक्रवार, 21 मार्च को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक कार्यक्रम हुआ। उसका नाम था, ‘हैप्पीनेस सेमिनार’। इसमें कुछ नामी चिकित्सक भी आए।…
View More खुशी दूसरों की मदद करने से मिलती है, तो क्या हम भारतीय किसी की मदद नहीं करते?देखिए, भावनाएँ पक्षियों और जानवरों में भी होती हैं और वे व्यक्त भी करते हैं!
अक्सर हम जानवरों, पक्षियों, आदि को बेज़ुबान कह देते हैं। यह मान लेते हैं कि उनमें बुद्धि नहीं होती। समझ नहीं होती। भावनाएँ और संवेदनाएँ…
View More देखिए, भावनाएँ पक्षियों और जानवरों में भी होती हैं और वे व्यक्त भी करते हैं!चश्मा बदलकर देखें, औरंगज़ेब की क़ब्र मराठाओं के शौर्य का प्रतीक भी लग सकती है!
‘लड़की तू लड़ाका है, लड़ लेगी’… क्या पतियों की आत्महत्या कारण यही बदलाव है?
‘तमिल सरकार’ बताए- हिन्दी से रुपए कमाने में दिक्कत नहीं तो हिन्दी में ‘₹’ लिखने में क्यों है?
तमिलनाडु की ‘तमिल सरकार’ अज़ीब सियासी खेल में उलझ गई है। हाँ, ‘तमिल सरकार’, क्योंकि तमिलनाडु की मौज़ूदा सरकार पूरे प्रदेश का प्रतिनिधित्त्व नहीं करती।…
View More ‘तमिल सरकार’ बताए- हिन्दी से रुपए कमाने में दिक्कत नहीं तो हिन्दी में ‘₹’ लिखने में क्यों है?केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना में यह नया अध्याय जोड़ो- ‘विलुप्त बेतवा, सुप्त सरकार’!
रिमोट, मोबाइल, सब हमारे हाथ में…, ख़राब कन्टेन्ट पर ख़ुद प्रतिबन्ध क्यों नहीं लगाते?
अभी गुरुवार, 6 मार्च को जाने-माने अभिनेता पंकज कपूर भोपाल आए। यहाँ शुक्रवार, 7 मार्च को रवीन्द्र भवन में हुए नाटक ‘दोपहरी’ में उन्होंने मुख्य…
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