नगर कीर्तन, सदियों पुरानी एक विशुद्ध भारतीय परम्परा। सुबह-सुबह कुछ लोग जब हरिनाम संकीर्तन, भक्तिपद गाते हुए हमारे दिन को ‘सुदिन’ बनाने के मकसद से…
View More संगीत और साहित्य का नगरकीर्तनAuthor: Apni Digital Diary
वो बूढ़ी औरत… नाम उसका ‘गरीबी’
पिछले दिनों एक साक्षात्कार के सिलसिले में लोकसभा जाना हुआ। इसकी आरम्भ सीमा के पास ही एक बूढ़ी औरत बैठी रो रही थी। उन्हें देखकर…
View More वो बूढ़ी औरत… नाम उसका ‘गरीबी’13 फरवरी 2021 : तारीख, कंकर के शंकर हो जाने की!
हर पहलू से रोचक-सोचक है, ये दास्तां। दास्तां, एक मजदूर की। दास्तां, उस मजदूर के सबसे सम्मानित शख़्सियतों में शुमार होने की। दास्तां, कंकर के शंकर हो…
View More 13 फरवरी 2021 : तारीख, कंकर के शंकर हो जाने की!‘कमाल की पाकीज़ा’ का 50वाँ साल
कमाल यूँ ही नहीं होते। सालों-साल लगते हैं, उनके होने में। गढ़ने में, बढ़ने में। लेकिन जब होते हैं, तो यक़ीनी तौर पर सालों-साल ही…
View More ‘कमाल की पाकीज़ा’ का 50वाँ सालश्रीराम मंदिर के धन संग्रह अभियान पर सवाल क्यों हैं?
लेखक नरेश मेहता ने अपनी ‘उत्तर कथा’ में स्वतंत्रता संग्राम के दौरान कांग्रेस के गर्म और नर्म दल की नीति का विश्लेषण किया है। उसमें…
View More श्रीराम मंदिर के धन संग्रह अभियान पर सवाल क्यों हैं?जहाँ सिंह, वही सिंहासन
अभी हाल में एक तस्वीर सामाजिक मंचों (सोशल मीडिया) पर तेजी से प्रसारित हुई। इसमें एक सिंह सामान्य घरेलू सोफे पर बैठा दिखाई दिया। तस्वीर…
View More जहाँ सिंह, वही सिंहासनक्रिकेट मैच ही नहीं, जीवन-संघर्ष में टिके रहने के गुर सिखाता है ‘ब्लॉकेथॉन’
क्रिकेट से तो हम में से तमाम लोग वाकिफ़ हैं, लेकिन क्या ‘ब्लॉकेथॉन’ (Blockathon) को जानते-समझते हैं? सम्भव है, क्रिकेट से ताल्लुक रखने वाले कई…
View More क्रिकेट मैच ही नहीं, जीवन-संघर्ष में टिके रहने के गुर सिखाता है ‘ब्लॉकेथॉन’धार्मिक समाज को इतने अत्याचार क्यों सहना पड़ रहा है?
परसों शाम अस्पताल से लौटते वक्त मन कुछ अंतर्मुखी हो रहा था। जीवन की सभी परिक्षाओं को लेकर मन में उहापोह हो रही थी और दो…
View More धार्मिक समाज को इतने अत्याचार क्यों सहना पड़ रहा है?A portrait of MissC
This story was narrated to me by my uncle from the maternal side when I visited him in 2004. After retirement, he chose to stay…
View More A portrait of MissCप्यार को आसरा देने वाले का किस्सा
कहने को तो यह एक बोध-कथा है। लेकिन गौर करें तो सम-बोधकथा सी लगेगी। ऐसी जो समान रूप से हमारी भावनाओं, संवेदनाओं को सम्बोधित करती…
View More प्यार को आसरा देने वाले का किस्सा