चुनिन्दा पन्ने View More
‘मायावी अम्बा और शैतान’ : तुम कोई भगवान नहीं हो, जो…
ज्ञान उतना ही पुराना था, जितने पर्वत। यह इतना ही विस्तारित था, जितनी कि वनों में जड़ी-बूटियों की संख्या। उसके मिश्रणों, काढ़ों और घोलों को…
क्या ये सही समय नहीं कि हम परम्परागत संधारणीय जीवनशैली की ओर लौटें?
भारत हमेशा से संधारणीय या टिकाऊ तरीक़ों से जीवनशैली संचालित करता रहा है। लेकिन दुर्भाग्य से पिछले कुछ सौ वर्षों में हमने अपनी अच्छी आदतों…
‘मायावी अम्बा और शैतान’ : मात्रा, ज़हर को औषधि, औषधि को ज़हर बना देती है
# दरवाजे # मानो उसकी नियति थी कि कभी न कभी वह भैंसओझन से टकराएगी। फिर उसके बाद उस महाओझन (पटाला) से भी उसकी मुलाकात…
आज लगा, कल निकलेगा, बिखरेगा, फिर यही होगा, जगन्नाथ के रथ का पहिया यूँ ही घूमेगा!
ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा की तैयारियाँ चल रही हैं। अक्षय तृतीया से भगवान जगन्नाथ, श्री बलभद्र और देवी सुभद्रा के रथ…
‘मायावी अम्बा और शैतान’ : न जाने यह उपहार उससे क्या कीमत वसूलने वाला है!
“वे चाहते थे कि वह अपना खेत फौज को बेच दे। उसने मना कर दिया। इसके बाद एक हफ्ते के भीतर उन्होंने अफवाहें उड़ा दीं।…
फादर्स-डे पर एक कविता : हे कृषक पिता ! तुझे कोटिशः नमन
जेठ की दोपहरी में ईख खोदना।तवे सी तप्त जमीं पर हल जोतना। गोबर की गन्धज़मी की सुगन्धमहकते आम्रवृक्ष की छाया मेंक्षण भर विश्राम करना। पैरों…
देखी - Video View More
महान् संगीतकार एक-दूसरे से प्रेरणा ले जादुई संगीत कैसे रचते हैं, पंचम दा से सुनिए!
महान् संगीतकारों का जादुई संगीत वर्षों या दशकों नहीं, बल्कि सदियों-सहस्राब्दियों तक सुनने वालों के कानों में गूँजता रहता है। उदाहरण के लिए हिन्दुस्तान के…
‘नेशनल डॉक्टर्स डे’ : दिल से निकली ये शुक्राने की आवाज़ बहुतों के दिल तक पहुँचेगी!
एक सच्चा वाक़िआ, और उतना ही सच्चे दिल से अदा किया गया शुक्रिया। यक़ीनी तौर पर शुक्राने की ये आवाज़ उन तमाम डॉक्टर्स और उनके…
आज लगा, कल निकलेगा, बिखरेगा, फिर यही होगा, जगन्नाथ के रथ का पहिया यूँ ही घूमेगा!
ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा की तैयारियाँ चल रही हैं। अक्षय तृतीया से भगवान जगन्नाथ, श्री बलभद्र और देवी सुभद्रा के रथ…
तीन वीडियो और ‘रील’ की एक रियल कहानी…, देखकर आँखें खुलें तो अच्छा!
आज सोशल मीडिया की रील की एक रियल कहानी और उसके तीन चरण देखिए। पहला चरण : जाल का शुरुआती आकर्षण मध्य प्रदेश के छतरपुर…
चैम्पियन कैसे होते हैं, क्या करते हैं, कैसे सोचते हैं…‘चैम्पियन रोजर फ़ेडरर’ से ख़ुद सुनिए
रोजर फेडरर। स्विट्ज़रलैंड के टेनिस खिलाड़ी। बचपन में कभी टेनिस कोर्ट में बॉल-ब्वाय हुआ करते थे। वह लड़का जो टेनिस खेल रहे दूसरे बड़े खिलाड़ियों…
सुनी - Audio View More
‘नेशनल डॉक्टर्स डे’ : दिल से निकली ये शुक्राने की आवाज़ बहुतों के दिल तक पहुँचेगी!
एक सच्चा वाक़िआ, और उतना ही सच्चे दिल से अदा किया गया शुक्रिया। यक़ीनी तौर पर शुक्राने की ये आवाज़ उन तमाम डॉक्टर्स और उनके…
सुनिए और पढ़िए…, एक कविता प्रेम की : ग़र कहीं नहीं मिली मैं तो मिलूँगी वहीं
एक कविता अपनी छोड़ आई हूँ मैं उसके घर,चार नज़रों में जबदो नाकों जितनी दूरी थी, ग़र कहीं नहीं मिली मैं तो मिलूँगी वहींजहाँ पहुँचने…
पूछती हो, तुम्हारा प्रेम क्या है? सुनो…
पूछती हो, तुम्हारा प्रेम क्या है? सुनो! तुम जानती हो मुझे शायद मुझसे बेहतर ही।चंद शौक, यादों और नापसंदगियों की दास्तां है।। और तुम भी…
राग झिंझोटी : एक छोटी सी कोशिश
बहुत मधुर राग है। राग झिंझोटी। खमाज थाट के अन्तर्गत इसे वर्गीकृत किया गया है। रात के दूसरे पहर (नौ से 12 बजे के बीच)…
ख़ुद के अंदर कहीं न कहीं, तुम अब भी मौजूद हो
मैं मिल जाती हूँ ख़ुद से जब हवा मुझे छूकर गुज़रती है वो याद दिलाती है मुझे बार बार कि मैं मौजूद हूँ सूखे पत्तों…