मेरी पुरानी आदत में थोड़ा परिवर्तन आ गया है। अब सुबह-सुबह अखबार से खबर नहीं पढ़ता। ख़बरिया वेबसाइटों पर ख़बरें देखने लगता हूँ। इससे पूरे…
View More मीडिया बताए, इस देश में सम्प्रदाय क्या एक ही ‘विशेष’ है और बाकी सब भीड़ हैं?Tag: सरोकार
लोग भूल गए कि दशहरे पर पान क्यों खाते हैं और अब पूछते हैं या खाने वालों पर हँसते हैं!
हिन्दुस्तान सम्भवत: दुनिया में इक़लौता या फिर उन गिनती के देशों में शुमार होगा, जहाँ लोग अपनी परम्पराओं पर गर्व नहीं करते। बल्कि उनका मज़ाक…
View More लोग भूल गए कि दशहरे पर पान क्यों खाते हैं और अब पूछते हैं या खाने वालों पर हँसते हैं!‘फोर्टिफाइड राइस’ नहीं है ‘नाइस’, तो हम इसे मंज़ूरी दे ही क्यों रहे हैं?
न्यूनतम उद्यम और बड़े जुमले और क्रियान्वयन के लिए बड़ा अमला बनाना किसी भी सरकारी योजना की खास शर्त है। इसमें कई रोजगार और अवसर…
View More ‘फोर्टिफाइड राइस’ नहीं है ‘नाइस’, तो हम इसे मंज़ूरी दे ही क्यों रहे हैं?सरकारों से नहीं होगा गौ-संरक्षण, वे उसे ‘राज्यमाता’ बनाएँ, या उसके लिए अभयारण्य!
महाराष्ट्र सरकार ने अभी, 30 सितम्बर को एक चर्चित फ़ैसला लिया। इसके तहत
View More सरकारों से नहीं होगा गौ-संरक्षण, वे उसे ‘राज्यमाता’ बनाएँ, या उसके लिए अभयारण्य!इकोसिस्टम तब बनता है, जब एक सफल इकाई दूसरी को सफल बनाने में लग जाए!
एक इकोसिस्टम यानि पारिस्थितिकी तब बनती है, जब एक सफल इकाई अपने जैसी ही दूसरी इकाई को सफल बनाने में लग जाए। उसकी सफलता में…
View More इकोसिस्टम तब बनता है, जब एक सफल इकाई दूसरी को सफल बनाने में लग जाए!सुबह 3 बजे तक काम करने की ज़रूरत नहीं, मर जाओगे किसी दिन…और वे सच में मर गए!
ऑनलाइन ऑर्डर लेकर घर-घर तक भोजन आदि खाने-पीने की वस्तुओं की आपूर्ति करने वाली कम्पनी ‘स्विग्गी’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं रोहित कपूर। उन्होंने हाल…
View More सुबह 3 बजे तक काम करने की ज़रूरत नहीं, मर जाओगे किसी दिन…और वे सच में मर गए!इस शहर में हर शख़्स परेशान सा क्यूँ है? क्याेंकि उसका काम उसके दिल पर बोझ है!
साल 1978 में फिल्म आई थी ‘गमन’। उसमें मशहूर गायक सुरेश वाडकर की आवाज़ में ‘शहरयार’ साहब की लिखी हुई ग़ज़ल थी। बोल थे, “सीने…
View More इस शहर में हर शख़्स परेशान सा क्यूँ है? क्याेंकि उसका काम उसके दिल पर बोझ है!ये मिसालें बताती हैं कि पुलिस-अदालत दुष्कर्म नहीं रोक सकती, समाज रोक सकता है!
पहले कुछ चन्द मिसालें देखिए। ताज़ातरीन हैं, लेकिन अपने तरीक़े की कोई इक़लौती नहीं हैं। ऐसी मिसालें लगातार सुर्ख़ियों में आती रहती हैं। ग़ौर कीजिए… …
View More ये मिसालें बताती हैं कि पुलिस-अदालत दुष्कर्म नहीं रोक सकती, समाज रोक सकता है!अमेरिका भाग रहे भारतीय सुनें- इस अमेरिकी महिला के मुताबिक, “भारत बहुत बेहतर है”
भारत में रह रहे, पढ़ाई कर रहे अधिकांश युवाओं के मन में एक आकांक्षा सामान्य है। पढ़-लिखकर एक अच्छी नौकरी करना और विदेश जाना। विदेश…
View More अमेरिका भाग रहे भारतीय सुनें- इस अमेरिकी महिला के मुताबिक, “भारत बहुत बेहतर है”‘मायावी अम्बा और शैतान’ : नकुल में बदलाव तब से आया, जब माँ के साथ दुष्कर्म हुआ
अंबा थकावट से बेसुध थी। उसकी आँखों में दर्द हो रहा था। वह बुखार से तप रही थी। उसे यह भी याद नहीं रहा कि…
View More ‘मायावी अम्बा और शैतान’ : नकुल में बदलाव तब से आया, जब माँ के साथ दुष्कर्म हुआ