छोटा सा वीडियो है। सिर्फ 35 सेकेंड का। लेकिन यह पूरी एक कहानी कहता है। ज़िन्दगी को देखने का नज़रिया पेश करता है। यूँ कि…
View More फ़र्क पड़ना चाहिए जनाब, जानवरों को भी फ़र्क पड़ता है!Category: चुनिन्दा पन्ने
सरकार घबराई हुई थी, साफतौर पर उसकी साठगांठ यूनियन कार्बाइड से थी!
जनवरी 1985। नए साल के तीसरे दिन करीब दस हजार लोगों ने मुख्यमंत्री निवास को घेरा। टीला जमालपुरा से लंबा मार्च करके ये लोग आए…
View More सरकार घबराई हुई थी, साफतौर पर उसकी साठगांठ यूनियन कार्बाइड से थी!‘भारतीय गुरुकुल व्यवस्था हम भूल गए, दुनिया के कई देशों ने अपना ली’
“पूर्व में स्थापित भारतीय मानकों के अनुसार भारत में आज भी कोई विश्वविद्यालय नहीं है। और अभी तक भारत में इस तरफ कोई सार्थक प्रयास…
View More ‘भारतीय गुरुकुल व्यवस्था हम भूल गए, दुनिया के कई देशों ने अपना ली’इस मुद्दे को यहीं क्यों थम जाना चाहिए?
भाषण के दौरान कई बार अर्जुन की पीड़ा और दर्द भी सामने आया। उन्होंने कहा, मैं मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बने रहना चाहता था। मेरी इच्छा…
View More इस मुद्दे को यहीं क्यों थम जाना चाहिए?यह सात जून के फैसले के अस्तित्व पर सवाल है!
…नई दिल्ली में कैबिनेट ने जीओएम की सिफारिशों पर मुहर लगा दी।… मृतकों के परिजनों को 10 लाख, स्थायी विकलांगों को 5 लाख और कैंसर…
View More यह सात जून के फैसले के अस्तित्व पर सवाल है!दुनिया की संस्कृतियों में बसा है भारतीय नाटक
सभ्यताएँ मानवीय समाज चाहती हैं। फिर भले ही वो भारतीय सभ्यता हो या फिर दुनिया की कोई और। सभ्यता शब्द में ही मानवीयता निहित है।…
View More दुनिया की संस्कृतियों में बसा है भारतीय नाटकजैन धर्म, जिसने भारतीय सनातन का विशिष्ट अंग होकर सार्थकता बनाए रखी
एक सुदर्शन युवा अपना समस्त वैभव, सुख, सुविधाएँ त्याग कर निकल पड़ता है। एक ऐसी खोज में जो सदियों से महान लोग करते आ रहे…
View More जैन धर्म, जिसने भारतीय सनातन का विशिष्ट अंग होकर सार्थकता बनाए रखीअपनी स्वदेशी साइकिल… नहीं, बैटरी वाली स्वदेशी साइकिल
दिल्ली की एक नई-नवेली कम्पनी है, ‘ध्रुव विद्युत’। इसके संस्थापक गुरुसौरभ ने एक बढ़िया नवाचार किया है। उन्होंने हवाई जहाजों को बनाने में इस्तेमाल की…
View More अपनी स्वदेशी साइकिल… नहीं, बैटरी वाली स्वदेशी साइकिलमैं अपने अँधेरों के संग बदस्तूर चल रहा हूँ
जीवन में मृत्यु एक शाश्वत और अनिवार्य सच्चाई है। इसकी अनिवार्यता अब तो इतनी हो चुकी है कि रोज ही इस किस्म की ख़बर सुनने…
View More मैं अपने अँधेरों के संग बदस्तूर चल रहा हूँयूनियन कार्बाइड इंडिया उर्फ एवर रेडी इंडिया!
भोपाल में अब मुआवजे की चर्चा ही ज्यादा है। यही सवाल हवाओं में तैर रहे हैं ‘कितनों को कितना मिलेगा, कितना मिल चुका है, किसका…
View More यूनियन कार्बाइड इंडिया उर्फ एवर रेडी इंडिया!