एक इकोसिस्टम यानि पारिस्थितिकी तब बनती है, जब एक सफल इकाई अपने जैसी ही दूसरी इकाई को सफल बनाने में लग जाए। उसकी सफलता में…
View More इकोसिस्टम तब बनता है, जब एक सफल इकाई दूसरी को सफल बनाने में लग जाए!Author: From Visitor
‘मायावी अम्बा और शैतान’ : नकुल में बदलाव तब से आया, जब माँ के साथ दुष्कर्म हुआ
अंबा थकावट से बेसुध थी। उसकी आँखों में दर्द हो रहा था। वह बुखार से तप रही थी। उसे यह भी याद नहीं रहा कि…
View More ‘मायावी अम्बा और शैतान’ : नकुल में बदलाव तब से आया, जब माँ के साथ दुष्कर्म हुआ‘सनातन धर्म रक्षा मंडल’ अगर बना तो वह करेगा क्या, और कैसे?
आंध्रप्रदेश के युवा नेता और वहाँ के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने ‘सनातन धर्म रक्षण मंडल’ की स्थापना का प्रस्ताव सामने रखा है। इस तरह उन्होंने…
View More ‘सनातन धर्म रक्षा मंडल’ अगर बना तो वह करेगा क्या, और कैसे?पराधीनता की बेड़ियों में जकड़े हिन्दू धर्मस्थलों की स्वतंत्रता के लिए आन्दोलन होना चाहिए!
मन्दिरों, मठों और गुरुकुलों के स्वरूप को समझना होगा। पूर्वकाल में गुरुकुल, मन्दिर, मठ भारत में केवल धार्मिक, आध्यात्मिक और शिक्षा केन्द्र नहीं होते थे।…
View More पराधीनता की बेड़ियों में जकड़े हिन्दू धर्मस्थलों की स्वतंत्रता के लिए आन्दोलन होना चाहिए!ये कहना झूठ है कि जहाँ लड़ाई हो रही है, काम वहीं हो रहा है!
‘जिस जगह काम का माहौल बहुत तनावपूर्ण या कहें कि जहरीला होता है, अस्ल में काम वहीं हो रहा होता है।’ ऐसी मान्यता कुछ ‘महान्…
View More ये कहना झूठ है कि जहाँ लड़ाई हो रही है, काम वहीं हो रहा है!हे राम… अब नैवेद्य और प्रसाद भी दूषित!
भला हो कि तिरुपति देवस्थानम् ट्रस्ट का। यदि इस देवस्थान के लब्धप्रतिष्ठित लड्डु प्रसाद में मत्स्य, गौ और शूकर की वसा की पुष्टि न हुई…
View More हे राम… अब नैवेद्य और प्रसाद भी दूषित!‘मायावी अम्बा और शैतान’ : वह रो रहा था क्योंकि उसे पता था कि वह पाप कर रहा है!
बाहर बारिश हो रही थी। पानी के साथ ओले भी गिर रहे थे। सूरज अस्त होने वाला था। उसकी लालिमा ने धरती को लाल कर…
View More ‘मायावी अम्बा और शैतान’ : वह रो रहा था क्योंकि उसे पता था कि वह पाप कर रहा है!तो जी के क्या करेंगे… इसीलिए हम आत्महत्या रोकने वाली ‘टूलकिट’ बना रहे हैं!
तनाव के उन क्षणों में वे लोग भी आत्महत्या कर लेते हैं, जिनके पास शान, शौक़त, रुतबा पैसा, इज़्ज़त, सब है। इनमें से कोई भी…
View More तो जी के क्या करेंगे… इसीलिए हम आत्महत्या रोकने वाली ‘टूलकिट’ बना रहे हैं!हिन्दी दिवस : छोटी सी बच्ची, छोटा सा वीडियो, छोटी सी कविता, बड़ा सा सन्देश…, सुनिए!
छोटी सी बच्ची, छोटा सा वीडियो, छोटी सी कविता, लेकिन बड़ा सा सन्देश… हम सब मिलकर हिन्दी का अब मान बढ़ाएँ। आज, हिन्दी दिवस (14…
View More हिन्दी दिवस : छोटी सी बच्ची, छोटा सा वीडियो, छोटी सी कविता, बड़ा सा सन्देश…, सुनिए!‘मायावी अम्बा और शैतान’ : पछतावा…, हमारे बच्चे में इसका अंश भी नहीं होना चाहिए
उसका शरीर अकड़ गया था। ऐसा लगता था जैसे उसने कोई पत्थर निगल लिया हो। “तारा तुझे दिखता नहीं क्या? मुझे उसे बचाना चाहिए था।…
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