Poem

युवा दिवस पर एक बच्ची के मन में पर्यावरण के लिए हिलोर मारती समानुभूति… सुनिएगा

आज युवा दिवस है। स्वामी विवेकानंद की जयन्ती। और इस मौके पर दिल्ली में पाँचवी कक्षा में पढ़ने वाली बच्ची अपूर्वी ने पर्यावरण से जुड़े…

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mrachkatikam-19

मृच्छकटिकम्-19 : सुखी व्यक्ति के शत्रु भी मित्र हो जाते हैं, वहीं दु:ख में मित्र भी शत्रु

चांडालों के साथ चलते हुए सैनिक चारुदत्त को बाँधकर श्मशान की तरफ ले जाते हैं। मार्ग में चांडाल चारुदत्त से जानना चाहते हैं कि उसे…

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Shiv-Jal-Abhishek

एक लोटा जल, हर दिक्कत का हल!

क्या ख़ूब लिखा था, उस ऑटो के पीछे। ‘एक लोटा जल हर दिक्कत का हल।’ कहने के लिए कोई ख़ास बात नहीं इसमें। पर सोचें…

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Sanskrit-Cricket

धोती-कुर्ते में तिलकधारी क्रिकेटर और संस्कृत की कमेंट्री!

कभी सोचा है क्या, कि क्रिकेट की कमेंट्री संस्कृत भाषा में भी हो सकती है? हिन्दी, अंग्रेजी में तो सभी बरषों से सुनते हैं, मगर…

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mrachkatikam-18

मृच्छकटिकम्-18 : सत्य कहिए, सत्य बोलने से सुख प्राप्त होता है

चारुदत्त न्यायाधीश से विदूषक को अपने निर्दोष होने की गवाही के लिए बुलाने का अनुरोध करता है। इसके बाद विदूषक के आने की प्रतीक्षा करते…

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Mistake

देखिए और गौर कीजिए, कैसे लोग आपकी ख़ामियाँ ढूँढ़ने में तेजी दिखाते हैं लेकिन…

बहुत छोटा सा वीडियो है। महज़ ढाई मिनट का। लेकिन इसमें सन्देश बहुत बड़ा है। ऐसा जो कोई साल-दो साल नहीं ज़िन्दगीभर टिके रहने, काम…

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happy-new-year

बाँसुरी की धुन पर जनकल्याण की कामना और नववर्ष की मंगलकामनाएँ

नए साल की सुबह की शुरुआत अगर बाँसुरी की धुन से हो जाए तो कितना ही बेहतर। वह भी जनकल्याण की कामना करती ‘वैष्णव जन’…

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Health

स्वास्थ्य सेवाओं के मामले हमारा देश सच में, अमेरिका से बेहतर ही है

इसी साल के मई महीने की बात है। मुझे मेरी बेटी की ग्रेजुएशन सेरेमनी के लिए न्यू यॉर्क जाना था। यात्रा से 24 घंटे पहले…

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mrachkatikam-17

मृच्छकटिकम्-17 : विपत्ति के समय मनुष्य पर छोटे-छोटे दोष से भी बड़े अनिष्ट हो जाते हैं

वसंतसेना को मृत समझकर शकार उसे उद्यान में छोड़कर चला आता है। वह सोचता है कि वसंतसेना की हत्या के अपराध का दोष क्यों न…

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