देवांशी वशिष्ठ, दिल्ली से, 07/02/2022
आज के अख़बारों में लता मंगेशकर को स्वरांजलि से बढ़कर दूसरा कुछ नहीं रहा। इसलिए आज डायरी का यह ख़ास बुलेटिन भी दीदी को समर्पित।
इसमें जानिए वो बातें, जिनकी बात अख़बारों ने थोड़ी कम की। जैसे-
कौनसा था उनका आख़िरी रिकॉर्डेड गीत
कब किया था उन्होंने इसे रिकॉर्ड
एक नया पैसा लिए बिना रही थीं संसद सदस्य…
और भी बहुत कुछ।
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