दीवाली की छुट्‌टी में नया काम नहीं क्योंकि हमने ‘अपने त्योहार’ की भावना का आदर किया

निकेश जैन, इन्दौर मध्य प्रदेश

अभी कल ही हमने दीवाली की छुटि्टयों से पहले का अपना आखिरी उत्पाद (सॉफ्टवेयर, आदि) बनाया। इसके बाद दीवाली छुटि्टयाँ बीतने तक हम अब कोई नया उत्पाद नहीं बनाएँगे। यानी ‘नए काम पर अस्थायी रोक’ (मोरेटोरियम) रहेगी। लेकिन क्यों? और ये ‘नए काम पर अस्थायी रोक’ का चक्कर क्या है?

जो लोग नहीं जानते, उन्हें मैं बता दूँ कि इस तरह ‘नए काम पर अस्थायी रोक’ का प्रचलन अमेरिका, आदि पश्चिमी देशों में है। अमेरिका का ही उदाहरण लेते हैं। वहाँ नवम्बर के महीने में ‘आभार दिवस’ (थैंक्सगिविंग डे) मनाया जाता है। फिर दिसम्बर में क्रिसमस और इसके बाद नए साल का जश्न। इन सभी मौकों पर वहाँ, विशेष तौर पर सॉफ्टवेयर वग़ैरा बनाने वाली कम्पनियाँ कोई नया उत्पाद नहीं बनातीं। क्यों?

जिससे कि उनके कर्मचारियों के लिए ‘अपने त्योहार’ मनाते समय कोई बाधा न आए। क्योंकि इस तरह के उत्पादों में कभी भी कोई तकनीकी परेशानी आ सकती है। इसके लिए काम करने वालों को मौक़े पर उपलब्ध रहना होता है। इसलिए बेहतर यही समझा जाता है कि कोई नया उत्पाद बनाया ही न जाए।  

दिलचस्प बात है कि बहुराष्ट्रीय कम्पनियाँ जब भारत जैसे देशों में अपनी शाखाएँ खोलती हैं, तो वे उसी परम्परा का वहाँ भी पालन करती हैं। यानि स्थानीय के बजाय ‘उन्हीं के अपने त्यौहारों’ के अवसर पर वहाँ ‘नए काम पर अस्थायी रोक’ रहती है। मैं ख़ुद इस तरह के अनुभव से गुज़र चुका हूँ। 

मैं जब सॉफ्टवेयर कम्पनी ‘एसएपी अरीबा’ में काम करता था तो मुझे दीवाली के दिन शाम के सात बजे तक दफ़्तर में काम करना पड़ा था। उस दौरान एक दिन पहले ही कम्पनी नया सॉफ्टवेयर लाई थी। उसमें उत्पादन से जुड़ा तकनीकी मसला आ गया। उसे दुरुस्त करते-करते मेरा पूरा त्यौहार का मूड ख़राब हो गया। 

इसीलिए, अब जबकि मैं ख़ुद अपनी कम्पनी का मालिक हूँ तो अपने ही पुराने अनुभवों से सबक लेते हुए हमने (मैं और मेरे साथी) तय किया है कि हम हमारे किसी कर्मचारी का त्यौहार इस तरह से ख़राब नहीं होने देंगे। यही कारण है कि हमने दीवाली की छुटि्टयों पर ‘नए काम पर अस्थायी रोक’ लगाई है। 

‘अपने त्यौहार’ का आदर करते हुए यह बन्दोबस्त हमने तो कर दिया। क्या ऐसा करने वाली कोई और कम्पनी भी है अपने देश में? अगर हो, तो मुझे उसके बारे में जानकर ख़ुशी होगी।

—- 

निकेश का मूल लेख

Yesterday we deployed our last production build before 𝗗𝗶𝘄𝗮𝗹𝗶 𝗺𝗼𝗿𝗮𝘁𝗼𝗿𝗶𝘂𝗺 period! 

But what is that?

So far you have heard of moratorium periods like shown below:

➡️ November – US Thanksgiving
➡️ December 20th till January 1st – Christmas and New Year

During these times no new software updates will get deployed to production. Reason is simple – people are on vacation and there are not very many available to support if something goes wrong in the production. So best thing is – don’t deploy anything new.

But there was nothing like Diwali moratorium period for software deployment.

In fact when I was at SAP Ariba, once I ended up working on Diwali day till 7pm in the evening because a deployment done previous day caused production issues! My whole Diwali celebration mood was gone!

So respecting our teams time off for Diwali holidays we follow a Diwali moratorium schedule!

Any other company in India has this concept? Would love to know if there are more such companies respecting Diwali time off for their employees. 

#Diwali #DiwaliM𝗼𝗿𝗮𝘁𝗼𝗿𝗶𝘂𝗺

——- 

(निकेश जैन, प्रशिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाली कंपनी- एड्यूरिगो टेक्नोलॉजी के सह-संस्थापक हैं। उनकी अनुमति से उनका यह लेख अपेक्षित संशोधनों और भाषायी बदलावों के साथ #अपनीडिजिटलडायरी पर लिया गया है। मूल रूप से अंग्रेजी में उन्होंने इसे लिंक्डइन पर लिखा है।)

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निकेश के पिछले 10 लेख

37 – क्रिकेट ने मुझे बहुत कुछ सिखाया, सबसे अहम ‘टीम वर्क’
36 – किसी की क्षमताओं को कम आँकना हमेशा ग़लत ही होता है!
35 – इकोसिस्टम तब बनता है, जब एक सफल इकाई दूसरी को सफल बनाने में लग जाए!
34 – ये कहना झूठ है कि जहाँ लड़ाई हो रही है, काम वहीं हो रहा है!
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32 – …तब तक ओलिम्पिक में भारत को पदक न मिलें तो शिकायत मत कीजिए!
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29 – ‘देसी’ जियोसिनेमा क्या नेटफ्लिक्स, अमेजॉन, यूट्यूब, जैसे ‘विदेशी’ खिलाड़ियों पर भारी है?
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