सौरव गांगुली का सबक : टीम के खिलाड़ी सही रास्ते पर हैं, तो कप्तान उन्हें टोके नहीं

टीम डायरी

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली नेतृत्त्व कौशल की एक बेहद अहम विशिष्टता बता रहे हैं। नीचे उनका वीडियो दिया गया है। यह देखने से ज़्यादा, सुनने और समझने लायक है। बहुत बड़ा नहीं है। बस,  छह मिनट से कुछ सेकेंड ज़्यादा है। लेकिन इसमें जो सबक है, वह बहुत बड़ा है।  

भारतीय टीम के विस्फोटक बल्लेबाज रहे वीरेन्द्र सहवाग के साथ अपने एक अनुभव को इस साक्षात्कार के दौरान साझा करते हुए सौरव गांगुली मानते हैं कि उस घटना से उन्होंने ख़ुद उस दिन सबक लिया। सबक यह कि टीम के खिलाड़ी अगर सही रास्ते पर हैं, सही और अपेक्षित नतीज़े दे रहे हैं तो कप्तान को उन्हें टोकना नहीं चाहिए। उन पर अपनी राय नहीं थोपनी चाहिए। उन्हें उनका काम करने देना चाहिए। 

ग़ौर कीजिए, क्षेत्र कोई भी हो। टीम और उसके कप्तान के लिए यह सबक हर कहीं काम का साबित हो सकता है।

सोशल मीडिया पर शेयर करें
Neelesh Dwivedi

Share
Published by
Neelesh Dwivedi

Recent Posts

‘देश’ को दुनिया में शर्मिन्दगी उठानी पड़ती है क्योंकि कानून तोड़ने में ‘शर्म हमको नहीं आती’!

अभी इसी शुक्रवार, 13 दिसम्बर की बात है। केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी लोकसभा… Read More

2 days ago

क्या वेद और यज्ञ-विज्ञान का अभाव ही वर्तमान में धर्म की सोचनीय दशा का कारण है?

सनातन धर्म के नाम पर आजकल अनगनित मनमुखी विचार प्रचलित और प्रचारित हो रहे हैं।… Read More

4 days ago

हफ़्ते में भीख की कमाई 75,000! इन्हें ये पैसे देने बन्द कर दें, शहर भिखारीमुक्त हो जाएगा

मध्य प्रदेश के इन्दौर शहर को इन दिनों भिखारीमुक्त करने के लिए अभियान चलाया जा… Read More

5 days ago

साधना-साधक-साधन-साध्य… आठ साल-डी गुकेश-शतरंज-विश्व चैम्पियन!

इस शीर्षक के दो हिस्सों को एक-दूसरे का पूरक समझिए। इन दोनों हिस्सों के 10-11… Read More

6 days ago

‘मायावी अम्बा और शैतान’ : मैडबुल दहाड़ा- बर्बर होरी घाटी में ‘सभ्यता’ घुसपैठ कर चुकी है

आकाश रक्तिम हो रहा था। स्तब्ध ग्रामीणों पर किसी दु:स्वप्न की तरह छाया हुआ था।… Read More

7 days ago