सुर, लय, ताल नहीं बिगड़नी चाहिए… चाहे कुछ भी हो जाए!

टीम डायरी

हिन्दुस्तान के मशहूर तबला-वादक उस्ताद ज़ाकिर हुसैन के किसी कार्यक्रम का यह छोटा-सा वीडियो ज़िन्दगी का बड़ा सबक है। ग़ौर कीजिए, एक मुश्किल, एक बाधा बार-बार उस्ताद जी का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। उनकी लय-ताल बिगाड़ने के हालात बना रही है। उनके सब्र का इम्तिहान ले रही है। लेकिन न तो उनका सब्र टूटता है। न भौहें तनती हैं। न सुर, लय और ताल बिगड़ती है। 

 

इसके उलट उनके चेहरे पर मुस्कुराहट है। हाथ तबले पर चल रहे हैं। और सामने से बार-बार पेश आ रही मुश्किल मानो लय दे रही है। उनके साथ उन्हें सुनने वाले भी आनंद ले रहे हैं। और हम #अपनीडिजिटलडायरी वाले उनके इस वाक़ि’अे से प्रेरणा। 

सोशल मीडिया पर शेयर करें
Neelesh Dwivedi

View Comments

Share
Published by
Neelesh Dwivedi

Recent Posts

ऑपरेशन सिन्दूर : आतंकी ठिकानों पर ‘हमले अच्छे हैं’, लेकिन प्रतिशोध अधूरा है अभी!

‘ऑपरेशन सिन्दूर’ के तहत पूर्वी पंजाब में इस्लामवादी दरिन्दों के ठिकानों पर हमला महत्त्वपूर्ण और… Read More

24 hours ago

माँ-बहनों का सिन्दूर उजाड़ने का ज़वाब है ‘ऑपरेशन सिन्दूर’, महँगा पड़ेगा पाकिस्तान को!

वे 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आए। वहाँ घूमते-फिरते, हँसते-खेलते सैलानियों को घुटनों के… Read More

1 day ago

तैयार रहिए, जंग के मैदान में पाकिस्तान को ‘पानी-पानी करने’ का वक़्त आने ही वाला है!

‘पानी-पानी करना’ एक कहावत है। इसका मतलब है, किसी को उसकी ग़लती के लिए इतना… Read More

3 days ago

मेरे प्यारे गाँव, शहर की सड़क के पिघलते डामर से चिपकी चली आई तुम्हारी याद

मेरे प्यारे गाँव  मैने पहले भी तुम्हें लिखा था कि तुम रूह में धँसी हुई… Read More

4 days ago

‘हाउस अरेस्ट’ : समानता की इच्छा ने उसे विकृत कर दिया है और उसको पता भी नहीं!

व्यक्ति के सन्दर्भ में विचार और व्यवहार के स्तर पर समानता की सोच स्वयं में… Read More

5 days ago

प्रशिक्षित लोग नहीं मिल रहे, इसलिए व्यापार बन्द करने की सोचना कहाँ की अक्लमन्दी है?

इन्दौर में मेरे एक मित्र हैं। व्यवसायी हैं। लेकिन वह अपना व्यवसाय बन्द करना चाहते… Read More

6 days ago