टीम डायरी, 19/03/2022
होली पर कवियों का जमघट पुरानी परम्परा है। इसी परम्परा को आगे बढ़ा रहा है भारतप्रज्ञाप्रतिष्ठानम्। एक ऐसा संगठन, जो संस्कृति के क्षेत्र में नित-नए काम कर रहा है।
इस रंगोत्सव पर भारतप्रज्ञाप्रतिष्ठानम् ने देश के कोने-कोने से कुछ युवा हस्ताक्षरों को एक मंच पर लाने का काम किया है। कवि सम्मेलन रविवार, 20 मार्च, 2022 को है।
युवा प्रतिभाओं को सुनने के लिए 20 मार्च को शाम 5 बजे जुड़ना न भूलें। जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें।
पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला तो करा दिया, लेकिन उसे शायद ऐसी… Read More
महात्मा गाँधी कहा करते थे, “पत्र लिखना भी एक कला है। मुझे पत्र लिखना है,… Read More
पहलगाम की खूबसूरत वादियों के नजारे देखने आए यात्रियों पर नृशंसता से गोलीबारी कर कत्लेआम… Read More
प्रिय दादा मेरे भाई तुम्हें घर छोड़कर गए लगभग तीन दशक गुजर गए हैं, लेकिन… Read More
उसने पूछा- क्या धर्म है तुम्हारा?मेरे मुँह से निकला- राम-राम और गोली चल गई।मैं मर… Read More
लोग कह रहे हैं कि यह, पहलगाम का आतंकी हमला कश्मीरियत को बदनाम करने की… Read More