टीम डायरी, 14/4/2021
जाने-माने लेखक संदीप नाईक जी की ‘एकांत की अकुलाहट’ श्रृंखला का हम दिन बदल रहे हैं। इस श्रृंखला की अगली कड़ियॉ॑ अब हर शनिवार को आया करेंगी। #अपनीडिजिटलडायरी के पाठक-सहभागियों के आग्रह का सम्मान करते हुए यह फ़ैसला लिया गया है।
डायरी से जुड़े कई लोगों का कहना था कि दो पठनीय श्रृंखलाओं को हम एक के बाद एक लगा रहे हैं। पहले मंगलवार को अनुज राज पाठक की ‘भारतीय दर्शन’ श्रृंखला। फिर अगले ही दिन संदीप जी की ‘एकांत की अकुलाहट’। लेकिन अगर इनके बीच दो-तीन दिन का अन्तराल होता तो बेहतर रहता।
लिहाज़ा ‘टीम डायरी’ की इच्छा का सम्मान हमें करना ही था। आख़िर डायरी अपने पाठक-सहभागियों से ही तो है।
बाहर बारिश हो रही थी। पानी के साथ ओले भी गिर रहे थे। सूरज अस्त… Read More
एक ट्रेन के हिन्दुस्तान में ‘ग़ुम हो जाने की कहानी’ सुनाते हैं। वह साल 2016… Read More
देश के दो राज्यों- जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में इस वक़्त विधानसभा चुनावों की प्रक्रिया चल… Read More
तनाव के उन क्षणों में वे लोग भी आत्महत्या कर लेते हैं, जिनके पास शान,… Read More
छोटी सी बच्ची, छोटा सा वीडियो, छोटी सी कविता, लेकिन बड़ा सा सन्देश... हम सब… Read More
शीर्षक को विचित्र मत समझिए। इसे चित्र की तरह देखिए। पूरी कहानी परत-दर-परत समझ में… Read More