टीम डायरी, 25/9/2020
बिहार विधानसभा के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी गई है। भारत निर्वाचन आयोग की ओर से शुक्रवार, 25 सितम्बर को बताया गया कि बिहार में तीन चरणों में चुनाव होंगे। पहले चरण में 28 अक्टूबर को 71 सीटों पर मतदान होगा। दूसरे चरण में तीन नवम्बर को 94 सीटों पर वोट डाले जाएँगे। जबकि तीसरे चरण में सात नवम्बर को बाकी 78 सीटों पर मतदान प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी। राज्य विधानसभा में कुल 243 सीटें हैं। इनके लिए सात करोड़ 20 लाख मतदाता मताधिकार का प्रयोग करेंगे। चुनाव नतीजे 10 नवम्बर को आएँगे। राज्य विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 29 नवम्बर को पूरा हो रहा है। कोरोना महामारी के दौर में बिहार पहला राज्य है, जहाँ चुनाव कराए जा रहे हैं। इसके मद्देनजर निर्वाचन आयोग ने विशेष इन्तज़ाम किए हैं।
जाने-माने पार्श्व गायक एसपी बालासुब्रमण्यम का निधन
जाने-माने पार्श्व गायक एसपी बालासुब्रमण्यम का शुक्रवार, 25 सितम्बर को निधन हो गया। कोरोना विषाणु से संक्रमित पाए जाने के बाद उन्हें पिछले महीने चेन्नई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तभी से उनकी हालत गम्भीर बनी हुई थी। वे लगातार जीवनरक्षक प्रणालियों पर टिके हुए थे। वे 74 साल के थे। उनके नाम 16 से अधिक भाषाओं में 40,000 से ज्यादा गीतों को अपनी आवाज़ देने का विश्व कीर्तिमान है। उनका जन्म 1946 में आन्ध्र प्रदेश के नेल्लोर में हुआ था। वे 50 सालों से पार्श्व गायकी में सक्रिय थे।
कृषि सुधार कानूनों के विरोध में भारत बन्द, महाराष्ट्र भी लागू नहीं करेगा
संसद द्वारा हाल ही में पारित कृषि सुधार कानूनों का पंजाब और हरियाणा में विशेष रूप से विरोध जारी है। शुक्रवार, 25 सितम्बर को दोनों राज्यों के किसान संगठनों ने इनके विराेध में भारत बन्द का आयोजन किया। हालाँकि इस बन्द का असर दोनों राज्यों के अलावा थोड़ा-बहुत उत्तर प्रदेश में ही दिखा। इस बीच महाराष्ट्र के सत्ताधारी दल- कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने घोषणा की है कि केन्द्र के कृषि सुधार कानून राज्य में लागू नहीं किए जाएँगे। जबकि राज्य में गठबन्धन सरकार की अगुवाई कर रही शिवसेना ने इस पर अपनी राय स्पष्ट नहीं की है। उसने लोकसभा में इन कानूनों का समर्थन भी किया था। हालाँकि राज्यसभा में कानून पारित होने से पहले ही उसके सदस्य सदन से बहिर्गमन कर गए थे। इन कानूनों को लेकर किसानों को आशंका है कि वे निजी कारोबारियों के चंगुल में फँस जाएँगे। सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य की व्यवस्था भी खत्म कर देगी।
रूस में जनसामान्य के लिए कोरोना के टीके की पहली खेप आई
रूस में कोरोना के टीके की पहली खेप जनसामान्य के लिए उपलब्ध हो गई है। इस दवा का नाम स्पूतनिक-वी है। रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, दवा सभी राज्यों में उपलब्ध करा दी गई है। सबसे पहले कोरोना का टीका स्वास्थ्यकर्मियों को लगाया जाएगा। हालाँकि गौर करने की बात ये भी है कि रूस के इस टीके की प्रामाणिकता अभी विश्व स्तर पर आधिकारिक रूप से पुष्ट नहीं हुई है। यह अब भी परीक्षण के दौर से गुजर रही है।
चीन में बीते कुछ सालों में 16,000 से अधिक मस्जिदों को ढहाया गया : रिपोर्ट
चीन में बीते कुछ सालों में 16,000 से अधिक मस्जिदों को ढहाया गया है। ये मस्जिदें अधिकांशत: जिनज़ियाँग प्रान्त में थीं। ऑस्ट्रेलियाई रणनीतिक नीति संस्थान (एएसपीआई) की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। यह रिपोर्ट शुक्रवार, 25 सितम्बर को ही जारी हुई है। इसके मुताबिक चीन के इस उत्तर-पश्चिमी प्रान्त में लगभग 380 नज़रबन्दी शिविर भी पाए गए हैं। इनमें 10 लाख से ज्यादा उइगर मुस्लिमों को बेहद मुश्किल हालात में रखा गया है।
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